नई दिल्ली। रूस से खिलाफ युद्ध लड़ रहे यूक्रेन की मदद करने के लिए अब जी7 देशों ने कमर कस ली है। उन्होंने शुक्रवार (20 मई) को यूक्रेन की मदद के लिए करोड़ों डॉलर की मदद देने की बात कही। साथ ही, पर्याप्त पैसा देने पर भी चर्चा की, जिससे रूस के हमले की वजह से यूक्रेन की तबाह हो रही अर्थव्यवस्था में सुधार हो सके।
जी7 देशों ने कही यह बात
अमेरिका, जापान, कनाडा, ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और इटली के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों ने रूस पर दबाव बनाने के मकसद से और ज्यादा प्रतिबंध लगाने पर भी चर्चा की। बता दें कि रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया था। जी7 देशों का मानना है कि ज्यादा प्रतिबंध लगाकर ही रूस को युद्ध खत्म करने के लिए मजबूर किया जा सकता है।
यूक्रेन की ऐसे करेंगे मदद
मीटिंग के दौरान जी7 देशों के अधिकारियों ने यूक्रेन को 18.4 बिलियन डॉलर की मदद भेजने की बात कही। इसमें 9.2 बिलियन डॉलर की रकम भी शामिल होगी, जिसका वादा हाल ही में किया गया था। जी7 देशों की बैठक में खाद्य और एनर्जी की बढ़ती कीमतों, ग्लोबल कॉर्पोरेट टैक्स रिफॉर्म की प्रोग्रेस और कोरोना महामारी की वजह से देश के वर्तमान हालात पर भी चर्चा की गई।
कनाडा ने रूस के 14 नागरिकों पर लगाया प्रतिबंध
रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच कनाडा ने रूस के 14 नागरिकों पर प्रतिबंध लगा दिया है। कनाडा की सरकार की ओर से शुक्रवार (20 मई) को जारी आदेश के मुताबिक, ये 14 लोग मॉस्को से या मॉस्को में लग्जरी सामान का आयात-निर्यात नहीं कर सकेंगे। इन 14 लोगों में रूस के रईस शख्स, उनके परिजन और पुतिन के करीबी सहयोगी शामिल हैं।
पुतिन ने साइबर हमलों की शिकायत की
इस बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई के मद्देनजर उनके देश को पश्चिम की ओर से साइबर हमलों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि, उन्होंने दावा कि इन हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम किया जा रहा है। रूस की सुरक्षा परिषद में शुक्रवार को पुतिन ने रेखांकित किया कि इस क्षेत्र (साइबर में) में चुनौती और जटिल, गंभीर और विस्तृत हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि रूस के खिलाफ सूचना क्षेत्र में हमला किया जा रहा है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि हम पर साइबर हमला किया जा रहा है, यह रूस पर प्रतिबंधों के जरिये किए जा रहे हमलों जैसा है।