Head Office

SAMVET SIKHAR BUILDING RAJBANDHA MAIDAN, RAIPUR 492001 - CHHATTISGARH

tranding

टोक्यो। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन इन दिनों जापान में हैं। वह कल होने वाले क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए यहां पहुंचे हैं। बाइडन के अलावा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस भी टोक्यो पहुंच चुके हैं। मंगलवार को जापान के प्रधानमंत्री के अलावा तीनों नेताओं की मुलाकात होगी, लेकिन इससे पहले जो बाइडन ने ताइवान के समर्थन में अब तक का सबसे बड़ा बयान दिया है। 

जापान में जो बाइडन ने कहा, अगर चीन ताइवान पर हमला करता है तो अमेरिका भी सैन्य हस्तक्षेप करेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से होने वाली मुलाकात के 24 घंटे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के इस बयान को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दरअसल, जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत का क्वाड समूह पहले से ही चीन की आंखों की किरकिरी बना हुआ है। ऐसे में नरेंद्र मोदी और जो बाइडन के बीच होने वाली मुलाकात पर पहले से ही उसकी नजर लगी होगी। 

हिंद-प्रशांत व्यापार समझौते की होगी शुरुआत
इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा अमेरिका- जापान व भारत के अलावा 11 अन्य देश एकसाथ मिलकर हिंद-प्रशांत व्यापार समझौते की शुरुआत करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा अमेरिका जापान व अन्य देशों के साथ मजबूती से खड़ा है। बाइडन ने कहा कि यह समझौता हमारे करीबी दोस्तों और भागीदारों के साथ काम करने और आर्थिक प्रतिस्पर्धा सुनिश्चित करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनौतियों में से एक है। उन्होंने कहा, नया हिंद-प्रशांत व्यापार समझौता आपूर्ति शृंखला, डिजिटल व्यापार, स्वच्छ ऊर्जा, कर्मचारी सुरक्षा और भ्रष्टाचार निरोधी प्रयासों सहित विभिन्न मुद्दों पर अमेरिका और एशियाई अर्थव्यवस्थाओं को मदद करेगा।

जापान ने भी चीन को दी चेतावनी 
अमेरिकी राष्ट्रपति के अलावा जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा भी चीन को चेतावनी दी। उन्होंने कहा, एशिया में शांति और स्थिरता को कायम रखा जाना चाहिए। अमेरिका के साथ संयुक्त बयान के दौरान एक सवाल, अगर चीन ताइवान पर कब्जा कर लेता है तो क्या हो सकता है? पर उन्होंने कहा, हम अमेरिकी सहयोग से अपनी रक्षा क्षमता को मजबूत कर रहे हैं। जापान यथास्थिति को बदलने की किसी भी एकतरफा कोशिश के खिलाफ है।