कानपुर। बवाल में शामिल उपद्रवियों के पोस्टर पुलिस ने सोमवार को जारी किए थे। कर्नलगंज निवासी एक किशोर ने अपनी फोटो देखी और वह दहशत में आ गया। सोमवार देर रात उसने कर्नलगंज थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। बताया कि वह पुलिस की दबिश को लेकर सहम गया था।
डर ये भी था कि कहीं उसके घर पर बुलडोजर न चल जाए। इसलिए खुद ही पुलिस के पास पहुंच गया। पुलिस ने 40 संदिग्ध उपद्रवियों के पोस्टर जारी किए थे, जिसमें 13वें नंबर पर कर्नलगंज के एक किशोर की भी फोटो थी। पोस्टर चस्पा होते ही किशोर व उसके परिजनों तक जानकारी पहुंच गई। पुलिस ने भी पहचान कर उसकी तलाश में दबिश शुरू की थी। इसी बीच सोमवार को आधी रात को परिवार के साथ 16 वर्षीय किशोर कर्नलगंज थाने पहुंचा और आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने मंगलवार को उसको जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया।
किशोर ने कइयों के बताए नाम
पुलिस ने किशोर व उसके परिजनों से काफी देर तक पूछताछ की। इस दौरान किशोर ने बवाल में शामिल होने की बात कबूली। बवाल में शामिल आठ-दस लोगों के भी नाम पुलिस को बताए। पुलिस अब उनकी तलाश में जुटी है।
वहीं पूछताछ में उसने कहा कि पोस्टर छपने से वह व उसका परिवार दहशत में आ गया था। ऐसा न हो कि बुलडोजर चल जाए, इसलिए वह खुद ही थाने चला आया।
उपद्रव में किशोर के शामिल होने पर एनसीपीसीआर हुई शख्त
नई सड़क पर हुए बवाल में किशोरों के शामिल होने पर हरकत में आई राष्ट्रील बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने पुलिस कमिश्नर को जांच कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिया है।
इसके साथ ही उपद्रव में किशोरों को शामिल करने वालों के खिलाफ बाल संरक्षण अधिनियम के तहत कार्रवाई करने को कहा है। उन्होंने कमिश्नरी पुलिस को पत्र मिलने के तीन दिनों के भीतर सीडब्ल्यूसी के समक्ष किशोर के बयान की एक प्रति और अन्य प्रासंगिक रिकार्ड के साथ कार्रवाई की रिपोर्ट देने का अनुरोध किया है।
आपको बता दें कि भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान के विरोध में शुक्रवार को कानपुर की नई सड़क पर जुमे की नमाज के बाद भारी बवाल हो गया था। विरोध में शामिल समुदाय विशेष के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने के साथ दूसरे समुदाय के हाते में दाखिल हो गए। इससे दूसरे समुदाय के लोग भड़क गए और उनको खदेड़ने लगे।
कुछ मिनट बाद दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी होने लगी। एक पक्ष की तरफ से फायरिंग के साथ पेट्रोल बम फेंके गए। रात करीब सात बजे तक गलियों में इसी तरह से बवाल होता रहा। बमुश्किल पुलिस हालात काबू कर सकी। बवाल में 30 से अधिक घायल हुए हैं। 18 लोगों की गिरफ्तारी की गई है। 12 कंपनी पीएसी तैनात कर दी गई है।
ताबड़तोड़ चलीं गोलियां, पेट्रोल बम से हमला
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कई लोगों पर हमला किया। ताबड़तोड़ हवाई फायरिंग भी की। पेट्रोल बम भी फेंके। अन्य कई तरह के बम भी दागे। बम की तीव्रता इतनी थी कि एक डिवाइडर भी टूट गया। पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया।
रुक-रुक के किया पथराव, पुलिस पर भी हमला
पुलिस के खदेड़ने पर बवाल करने वाले गलियों में घुस गए। वहां से पथराव शुरू किया। जब पुलिस वहां दाखिल हुई तो सामने के अलावा छतों से पथराव करने लगे। पुलिस व पीएसी के जवानों ने आंसू गैस के गोले दागे। लाठीचार्ज किया। इसके बावजूद हालात काबू नहीं हो रहे थे। भीड़ रुक-रुक कर पथराव कर पुलिसकर्मियों को निशाना बना रही थी। करीब पांच घंटे बाद बवाल शांत हो सका। तब पुलिस ने रूट मार्च शुरू किया।