रायपुर। कोरोना काल के बाद छत्तीसगढ़ में दो वर्ष के अंतराल के बाद हस्तशिल्प कला को समर्पित ‘‘जगार’’ का आयोजन हो रहा है। जगार का इंतजार लोगों को कितना था, इसका अंदाजा आयोजन में पहले ही दिन उमड़ी भीड़ से लगाया जा सकता है। दिन 10 जून से 19 जून तक 9 दिवसीय ‘जगार-2022’ का यह बाजार पंडरी स्थित हाट बाजार में सजा रहेगा। इस बार ‘जगार’ में छत्तीसगढ़ के साथ ही देश के 12 अन्य राज्यों से हस्त शिल्पकार अपने उत्पादों के साथ पहुंचे हैं।
छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड द्वारा आयोजित ‘जगार-2022’ का शुभारंभ शुक्रवार 10 जून से हो गया। इस बार हस्तशिल्प प्रेमियों के लिए कुल 140 स्टॉल लगाए गए हैं, जहां हस्तशिल्प के विभिन्न उत्पादों के साथ ही हाथकरघा, खादी ग्रामोद्योग, माटी कला के अनेक आकर्षक उत्पादों की प्रदर्शनी बिक्री के लिए लगाई गई है। इन स्टॉलों में से छत्तीसगढ़ के लिए कुल 80 स्टॉल आवंटित किए गए हैं। वहीं मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, बिहार, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और जम्मू एवं कश्मीर के शिल्पकार 60 स्टॉलों में अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं।
होने सांस्कृतिक कार्यक्रम: ‘‘जगार-2022’’ के दौरान प्रतिदिन लोक संस्कृति से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा। इस दौरान लोककला के अनेक रंग जगार के मंच से बिखरेंगे।