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मुंबई। ये एक संयोग भी हो सकता है और निर्देशक करण मल्होत्रा का कास्टिंग कू भी। चार साल बाद रणबीर कपूर बड़े परदे पर वापसी करने जा रहे हैं फिल्म 'शमशेरा' में और परदे पर उनकी भिड़ंत होने जा रही है उन संजय दत्त से, जिनकी बायोपिक 'संजू' उनकी आखिरी रिलीज फिल्म रही है।

'संजू' से संजू की भिड़ंत का ख्याल ही काफी रोमांचक और उत्सुकता जगाने वाला है और फिल्म 'शमशेरा' में खौफनाक विलेन बने अभिनेता संजय दत्त भी इससे पूरा इत्तेफाक रखते हैं। 19वीं सदी की शुरुआत की इस कहानी में संजय दत्त अंग्रेजों के ऐसे जनरल बने हैं, जो बागियों पर जुल्म ढाने के लिए बदनाम है।

कल रिलीज होगा ट्रेलर
यशराज फिल्म्स की अगली पिक्चर 'शमशेरा' का ट्रेलर शुक्रवार की सुबह देश के तीन शहरों में रिलीज होने वाला है। ये फिल्म हिंदी के अलावा तमिल और तेलुगू में भी रिलीज हो रही है। और, हाल ही में कन्नड़ फिल्म 'केजीएफ 2' में अधीरा के अपने किरदार से दर्शकों को अचंभित कर देने वाले अभिनेता संजय दत्त इस फिल्म में अंग्रेज जनरल शुद्ध सिंह का किरदार कर रहे हैं। फिल्म के टीजर की शुरुआत उनके किरदार से ही होती है और इस किरदार की तब से हर तरफ चर्चा हो रही है।

खलनायक बनना अलग रोमांच
संजय दत्त कहते हैं, 'परदे पर किसी खलनायक का किरदार करना हमेशा एक नया रोमांच लेकर आता है और वह इसलिए क्योंकि इस किरदार के पास नियमों को तोड़ने मरोड़ने का मौका होता है। खलनायक के किरदार को हमेशा नैतिकता के चश्मे से देखा जाता है और उसके चारों तरफ इसकी तमाम चारदीवारें भी होती हैं। हलचल मचाना ही ऐसे किरदार का अहम मकसद होता है। कागज पर लिखे गए एक किरदार को कैमरे के सामने अपने हिसाब से जीने का अपना अलग ही मजा है। मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि परदे पर निभाए गए मेरे खलनायकी वाले किरदारों को लोगों ने खूब पसंद भी किया है।'

संजू बनाम 'संजू'
अपनी बायोपिक 'संजू' में अपना किरदार परदे पर निभाने वाले रणबीर कपूर के लिए संजय दत्त के दिल में हमेशा एक खास स्थान रहा है। अब जब इस फिल्म के बाद अगली फिल्म में रणबीर कपूर उनके सामने हैं तो संजय दत्त कहते हैं, 'जिस शख्स ने मेरा किरदार परदे पर निभाया, अब मैं उसी के सामने हूं, ये ख्याल ही बहुत रोचक रहा है। मेरे किरदार और रणबीर के किरदार के बीच की दुश्मनी को देखने के लिए लोग भी काफी लालायित होंगे, ऐसा मेरा भरोसा है। 

रणबीर कमाल के कलाकार हैं लेकिन ये फिल्म उन्हें एक नए नजरिये से देखती है। परदे पर उनका आकर्षण अब तक युवाओं वाला रहा है लेकिन इस फिल्म में वह एक मर्द के रूप में सामने आएंगे, जो परदे पर अपनी उम्र के हिसाब से बहुत ही भव्य दिखता है।'

कांचा चीना के बाद शुद्ध सिंह
फिल्म 'शमशेरा' के निर्देशक करण मल्होत्रा ने ही अपनी पिछली फिल्म 'अग्निपथ' में संजय दत्त को कांचा चीना के भयानक रूप में पेश किया था। अब करण ने उन्हें शुद्ध सिंह बनाया है। इस बारे में जिक्र चलने पर संजय दत्त कहते हैं, 'करण मल्होत्रा ने पिछली बार मुझे कांचा चीना बनाया था तो उस फिल्म के फोकस में वह किरदार ही आ गया था। अब शुद्ध सिंह ऐसा किरदार है जिसे परदे पर कभी नहीं देखा गया। 

वह सौ फीसदी दुष्ट इंसान है। आततायी है और उस पर भरोसा करना बेवकूफी है। मुझे खुशी इस बात की है कि करण ने ऐसा किरदार गढ़ा औऱ इस किरदार को निभाने के लिए मुझे चुना।'

कहानी कजा नामक शहर की
स्वाधीनता के पहले संग्राम के कालखंड यानी 1857 से पहले की इस कहानी में रणबीर कपूर एक डकैत बने हैं, जिसका नाम शमशेरा है। कहानी एक काल्पनिक शहर कजा (kaza) की है जहां एक अंग्रेज जनरल ने तमाम आदिवासियों को गुलाम बनाकर रखा है। शमशेरा की पूरी टोली इन आदिवासियों को आजाद कराने और उनका खोया सम्मान वापस लौटाने के लिए परदे पर संघर्ष करती दिखेगी। फिल्म में वाणी कपूर एक नर्तकी के किरदार में हैं जिस पर शमशेरा रीझ जाता है।