मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में छाए संकट के बादल छंटने का नाम नहीं ले रहे हैं। सोमवार को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। हालांकि, तत्काल कोई फैसला नहीं हो सका, इसके बावजूद बागी विधायकों को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है।
गुवाहाटी पहुंचे 16 विधायकों की अयोग्यता को लेकर डिप्टी स्पीकर की ओर से दिए गए नोटिस पर 12 जुलाई तक कोर्ट ने रोक लगा दी है। इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत को प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस भेजा है। जमीन घोटाले मामले में राउत को ईडी ने आज तलब किया है।
भाजपा ने महाराष्ट्र को 3 टुकड़ों में बांटने की रची साजिश: सामना में दावा
शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक बार फिर भाजपा पर हमला किया गया है। सामना में दावा किया गया है कि बीजेपी महाराष्ट्र को तीन टुकड़ों में बांटने की साजिश रच रही है। शिवसेना ने लिखा, दिल्ली में बैठे भाजपाई नेताओं ने महाराष्ट्र को तीन टुकड़ों में बांटने की खतरनाक साजिश रची है। यह अखंड महाराष्ट्र को तबाह करने का दांव है। शिवसेना ने कहा, जो सरकार के पक्ष में खड़े हैं, उन लोगों को ईडी की फांस में फंसाकर आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।
राउत ने फिर साधा बागी विधायकों पर निशाना
संजय राउत ने अपने ट्विटर हैंडल पर बागी विधायकों का बिना नाम लेते हुए लिखा, 'जहालत' एक किस्म की मौत है, और जाहिल लोग चलती फिरती लाशें हैं। इससे पहले भी संजय राउत ने बागी विधायकों को 'जिंदा लाश' कहकर संबोधित किया था। उन्होंने कहा था, गुवाहाटी में वो 40 लोग जिंदा लाश हैं, उनकी आत्मा मर चुकी है। उनके इस बयान पर काफी हंगामा हुआ था।
एक और विधायक शिंदे गुट में हो सकता है शामिल
महाराष्ट्र संकट पर सुप्रीम सुनवाई के एक दिन बाद खबर है कि उद्धव खेमे का एक और विधायक शिंदे गुट में शामिल हो सकता है। हालांकि, अभी विधायक का नाम सामने नहीं आया है। बता दें, सुप्रीम कोर्ट ने डिप्टी स्पीकर के विधायकों को भेजे गए नोटिस पर 12 जुलाई तक की रोक लगा दी है।
राज्यपाल ने उद्धव सरकार से फाइलों व आदेशों की जानकारी मांगी
राज्य में छाए सियासी संकट के बीच राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र सरकार को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में 22 से 24 जून तक मंजूर की गई फाइलों व आदेशों की जानकारी मांगी गई है। राज्यपाल की ओर से यह चिट्ठी विपक्षी नेता प्रवीण दारेकर की शिकायत के बाद लिखी गई है। इसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार ने जल्दबाजी में आदेश पास किए।