कोलंबो। श्रीलंका में बीते तीन महीने से जारी राजनीतिक और आर्थिक उथल-पुथल के बीच आंदोलनकारियों ने कल राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आधिकारिक आवास पर कब्जा कर लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जब यहां छानबीन की तो लगभग 39 लाख रुपए (1.78 करोड़ श्रीलंकाई रुपया) कैश मिले। प्रदर्शनकारियों ने पूरा पैसा सेना के हवाले कर दिया है।
दूसरी तरफ राष्ट्रपति भवन पर कब्जा करने के बाद आंदोलनकारी जमकर मौज उड़ाते नजर आ रहे हैं। जहां कुछ लोग राष्ट्रपति के स्विमिंग पूल में डुबकियां लगा रहे हैं, तो कुछ प्रेसिडेंट चेयर पर बैठकर फोटो खिंचवा रहे हैं। वहीं कुछ लोग रॉयल किचन में डिनर करते नजर आ रहे हैं, जबकि कुछ राष्ट्रपति के बेड रूम में आराम फरमा रहे हैं।
भारत ने बढ़ाया मदद का हाथ
भारत ने एक बार फिर श्रीलंका के लिए मदद का हाथ बढ़ाया है। भारतीय उच्चायुक्त गोपाल बागले ने बताया कि केंद्र सरकार ने श्रीलंका की मदद के लिए 44,000 मीट्रिक टन यूरिया भेजा है।
श्रीलंका संकट पर कांग्रेस ने चिंता जताई
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी श्रीलंका के वर्तमान राजनीतिक हालात पर चिंता जाहिर की है। सोनिया ने कहा कि बेतहाशा महंगाई और जरूरी चीजों की कमी ने वहां के लोगों के लिए भारी संकट खड़ा कर दिया है। हम उम्मीद करते हैं कि भारत सरकार श्रीलंका की मदद करना जारी रखेगी। कांग्रेस भी इस संकट के वक्त में लंकाई लोगों के साथ खड़ी है।
भारत में श्रीलंका से कोई शरणार्थी संकट नहीं
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत सरकार हमेशा श्रीलंका का समर्थन करती रही है। फिलहाल जो संकट जारी है उसे लेकर भी मदद करने की पूरी कोशिश की जा रही है। भारतीय विदेश मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत में श्रीलंका की तरफ से कोई शरणार्थी संकट नहीं है।