0 विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हो को मिले 261062 वोट
नई दिल्ली। एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू देश की 15 वीं राष्ट्रपति होंगी। वे देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। गुरुवार को सुबह 11 बजे से शुरू हुई काउंटिंग में मुर्मू ने विपक्षी प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को तीसरे राउंड में ही हरा दिया। मुर्मू को जरूरी इलेक्टोरल वोट का 50 फीसदी मत तीसरे राउंड में ही मिल गया। इस तरह श्रीमती मुर्मू को 577777 वोट मिले, जबकि विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 261062 वोट मिले।
राष्ट्रपति चुनाव के दूसरे राउंड में सांसदों और पहले 10 राज्यों की वोटिंग हुई। दोनों को मिलाकर अब तक 1886 वैलिड वोटों की गिनती पूरी हो चुकी है। इनकी कुल वैल्यू 6 लाख 73 हजार 175 है। एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को अब तक 1349 वोट मिले हैं, जिनकी कुल वैल्यू 4 लाख 83 हजार 299 है। वहीं विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को अब तक 537 वोट मिले हैं, जिनकी कुल वैल्यू 1 लाख 89 हजार 876 है। अभी बाकी राज्यों की गिनती जारी है।
सांसदों के वोट में मुर्मू को 540, सिन्हा को 208 वोट
राज्यसभा के सेक्रेटरी जनरल पीसी मोदी के मुताबिक, दोपहर 2 बजे सांसदों के वोटो की गिनती पूरी हुई। इसमें द्रौपदी मुर्मू को 540 वोट मिले। इनकी कुल वैल्यू 3 लाख 78 हजार है। यशवंत सिन्हा को 208 सांसदों के वोट मिले। जिनकी वोट वैल्यू 1 लाख 45 हजार 600 है। सांसदों के कुल 15 वोट रद्द हो गए।
10 राज्यों की काउंटिंग में भी मुर्मू ने सिन्हा को पछाड़ा
पहले 10 राज्यों की गिनती में भी मुर्मू और सिन्हा के बीच आंकड़ों का लंबा अंतर दिख रहा है। इन राज्यों में कुल 1138 वैलिड वोट थे, जिनकी वैल्यू 1 लाख 49 हजार 575 है। इनमें मुर्मू को 809 वोट मिले। इनकी वैल्यू 1 लाख 5 हजार 299 है। वहीं यशवंत सिन्हा को 329 वोट मिलें, जिनकी कुल वैल्यू 44 हजार 276 है। इन 10 राज्यों में अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और झारखंड के अलावा आंध्र प्रदेश के वोट शामिल हैं। इनमें 7 राज्यों में भाजपा और गठबंधन की सरकारें हैं। वहीं झारखंड और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों की सरकार है। आंध्र प्रदेश में जगनमोहन रेड्डी सीएम हैं, जिन्होंने एनडीए को समर्थन देने का ऐलान किया था।
मुर्मू की जीत तय, देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होंगी
एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू का जीतना लगभग तय है। अगर ऐसा होता है तो वे देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति होंगी। इधर, काउंटिंग के बीच द्रौपदी मुर्मू के गांव में जश्न शुरू हो गया है। लोग ढोल-नगाड़ों और पारंपरिक वाद्य यंत्रों के जरिए मुर्मू की जीत के आधिकारिक ऐलान का इंतजार कर रहे हैं। ओडिशा के रायरंगपुर में मुर्मू के गांव और ससुराल में लड्डू भी बनकर तैयार है।
25 को शपथ ग्रहण, भाजपा कार्यालय में जश्न की तैयारी
वोटों की गिनती खत्म होने के बाद देश के नए राष्ट्रपति की घोषणा कर दी जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा। इधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी काउंटिंग के बाद द्रौपदी मुर्मू से मिलने जाएंगे। उनके साथ कैबिनेट के मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी जा सकते हैं। इसके अलावा भाजपा के दिल्ली हेड ऑफिस में भी जश्न की तैयारी है। इसमें जेपी नड्डा भी शामिल होंगे।
देशभर में जीत के बाद जुलूस निकालेगी भाजपा
मुर्मू की जीत को लेकर आश्वस्त भाजपा नतीजे आने के बाद दिल्ली में विजय जुलूस निकालेगी। ऐसा पहली बार होगा, जब राष्ट्रपति की जीत के बाद जुलूस निकाला जाएगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राजपथ तक इस जुलूस की अगुआई करेंगे। वहीं भाषण देंगे। पहली बार आदिवासी महिला के राष्ट्रपति चुने जाने का श्रेय PM मोदी को देंगे। हालांकि, जुलूस में मुर्मू शामिल नहीं होंगी।
मुर्मू की जीत से राजनीतिक मैसेज देने की तैयारी
द्रौपदी मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही देशभर में जश्न शुरू हो जाएगा। मुर्मू की जीत से भाजपा आदिवासी समुदाय सहित पूरे देश और खासतौर पर महिलाओं को खास संदेश देना चाहती है, ताकि मुख्य धारा से कटे इस समुदाय में राजनीतिक मैसेज जाए कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करती है। यही वजह है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत के बाद पोस्टर में द्रौपदी मुर्मू के साथ किसी और नेता की तस्वीर न लगाने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी राष्ट्रपति चुनाव से ही 2024 में होने वाले आम चुनाव की तैयारी में जुट गई है।