Head Office

SAMVET SIKHAR BUILDING RAJBANDHA MAIDAN, RAIPUR 492001 - CHHATTISGARH

tranding

मुंबई। देश भर के लिए भले ही बुधवार को दशहरे का पर्व है, लेकिन शिवसेना के दो गुटों के लिए यह शक्ति प्रदर्शन का मौका है। उद्धव ठाकरे गुट और सीएम एकनाथ शिंदे समूह की ओर से ज्यादा से ज्यादा शिवसैनिकों को अपने पाले में लाने की कोशिश हो रही है। इसका बड़ा मौका दशहरा रैली होगी, जहां ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने की कोशिश दोनों गुट कर रहे हैं। इस रैली के लिए तैयारियां इतनी जोरों पर हैं कि 10 हजार वाहनों में कार्यकर्ता मुंबई पहुंचने वाले हैं। इनमें 6 हजार सरकारी और निजी बसें भी शामिल हैं। इसके अलावा करीब 3 हजार कारों से भी लोग रैलियों में पहुंचेंगे। 

शिवसेना के करीब 60 सालों के इतिहास में यह पहला मौका है, जब वह पार्टी के तौर पर विभाजित हो गई है और अलग-अलग गुटों ने दशहरा रैली का आयोजन किया है। इस बार भीड़ जुटाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार शिंदे गुट ने लोगों को सभा में लाने के लिए करीब 1800 सरकारी बसें बुक की हैं। विश्वसनीय सूत्रों ने जानकारी दी है कि इसके लिए 10 करोड़ रुपये नकद दिए गए हैं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की टीम ने सोमवार शाम पांच बजे तक 1800 एसटी ट्रेनों का रिजर्वेशन कराया था। 3000 निजी कारों की पहले ही बुकिंग हो चुकी है। एकनाथ शिंदे गुट की रैली बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में हो रही है। इसमें एक से डेढ़ लाख लोगों की भीड़ होने की उम्मीद है।
 
उद्धव गुट ने भी बुक की हैं 1400 प्राइवेट बसें
शिंदे समूह के विधायक और मंत्री इस भीड़ को इकट्ठा करने के लिए पिछले 15 दिनों से जिलों और तालुकों में दौरे कर रहे हैं। शिंदे गुट की ओर से मुंबई आने वाले शिवसैनिकों के लिए रहने और खाने तक का इंतजाम किया जा रहा है। शिंदे गुट की ओर से बसों की बुकिंग पर 10 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इसके अलावा उद्धव ठाकरे ग्रुप की ओर से भी 1400 प्राइवेट बसों की बुकिंग की गई है। मुंबई महानगर क्षेत्र में शिवसेना शाखा प्रमुखों, नगरसेवकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने खर्चे पर कार्यकर्ताओं को कार्यक्रम स्थल पर लाएं। कसारा, कर्जत, खोपोली, पालघर, विरार, दहानू रोड से मिनी बस, टेंपो ट्रैवलर, सात सीटर कारों जैसे वाहनों की संख्या भी हजारों में होगी।

10 करोड़ के कैश लेनदेन पर सवाल, ईडी से जांच कराने की मांग
प्रदेश के निजी बस चालकों-मालिकों के अनुसार दोनों सभाओं में कार्यकर्ताओं के कुल करीब दस हजार वाहनों में मुंबई में प्रवेश करने की संभावना है। खबरों के मुताबिक शिंदे समूह ने दशहरा मेले के लिए सरकारी बसों की बुकिंग के लिए 10 करोड़ रुपये नकद दिए गए हैं। इस पर विपक्षी दल सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह राशि शिवसेना पार्टी के खाते से दी गई है? यदि नहीं, तो यह राशि कहां से आई? कैसे हुआ 10 करोड़ का कैश ट्रांजैक्शन? कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंधे ने मांग की कि ईडी और आईटी इसकी जांच करें।

कहां खड़ी होंगी मुंबई आने वाली 10 हजार गाड़ियां
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार की बसों का 24 घंटे के लिए न्यूनतम किराया 12 हजार रुपए है। 24 घंटे बाद निगम 56 रुपये प्रति किलोमीटर चार्ज करता है।  कहा जा रहा है कि बांद्रा-कुर्ला परिसर के दो मैदानों में 1000-1000 वाहन और सोमैया मैदान में 700 से 900 वाहन पार्क करने की योजना है। चूंकि दशहरा की छुट्टी है, इसलिए उस दिन मुंबई में कर्मचारियों के नियमित वाहनों की संख्या कम होगी। पार्किंग स्पेस खत्म होने के बाद आदेश दिया गया है कि शिवसैनिक अपने वाहन सर्विस रोड के किनारे ईस्ट-वेस्ट हाईवे पर इस तरह पार्क करें, जिससे अन्य यातायात बाधित न हो। 

tranding
tranding