0 मधुसूदन मिस्त्री ने मल्लिकार्जुन खड़गे जीत का प्रमाण पत्र सौंपा
नई दिल्ली। मल्लिकार्जुन खड़गे आधिकारिक तौर पर कांग्रेस अध्यक्ष बन गए हैं। एआईसीसी मुख्यालय दिल्ली में चुनाव अधिकारी मधुसूदन मिस्त्री ने उन्हें जीत का प्रमाण पत्र सौंपा। अध्यक्ष बनने के बाद अपने पहले भाषण में खड़गे ने पार्टी में 50 फीसदी पद 50 साल से कम उम्र के लोगों को देने का ऐलान किया। खड़गे ने कहा कि उदयपुर अधिवेशन में इसको लेकर प्रस्ताव पास किया गया था। अब उस पर अमल किया जाएगा।
खड़गे ने पार्टी में आधे पदों पर युवाओं को लाने की बात कही है, लेकिन मौजूदा हालात को देखें, तो कांग्रेस अध्यक्ष, कोषाध्यक्ष और महासचिवों में से केवल प्रियंका गांधी की उम्र ही 50 साल है। बाकी सारे नेता इससे ज्यादा उम्र के हैं।
कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने अपनी अराजकता के कारण देश के समक्ष कई चुनौतियां पेश कर दी हैं और कांग्रेस नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार राजनीतिक दल का सदस्य होने के नाते देश के लिए संकट पैदा कर रही इन चुनौतियों को मुंहतोड़ जवाब देना है।
श्री खड़गे ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में उन्हें अध्यक्ष निर्वाचित होने का प्रमाण पत्र देने के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मोदी सरकार पर सीधा हमला किया और कहा कि सरकार की अराजक नीतियों के कारण देश एवं समाज के समक्ष संकट पैदा हो गये हैं और कांग्रेस एक जिम्मेदार संगठन होने के नाते इन सब चुनौतियों का मुंहतोड़ जवाब देगी।
अध्यक्ष निर्वाचित होने पर उनके सम्मान में आयोजित इस समारोह को अपने लिए गर्व का विषय बताते हुए श्री खड़गे ने कहा कि मेरे लिए गर्व का विषय है कि पार्टी के एक साधारण कार्यकर्ता को यह गौरव हासिल हुआ है कि वह उस महान पार्टी का दायित्व संभाल रहे हैं जिसको महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, पंडित जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, जगजीवन राम जैसी महान राजनीतिक विभूतियों को आगे बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राष्ट्र निर्माण जो महान भूमिका निभाई है और उसको बनाए रखना कांग्रेस के हर नेता और कार्यकर्ता की जिम्मेदारी है, इसलिए पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए जो भी कदम वह उठाएंगे पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को उनके साथ आगे बढ़कर उनका उत्साह बढ़ाना होगा।
कांग्रेस मुक्त भारत का सपना पूरा नहीं होगा
भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत के नारे पर तंज कसते हुए खड़गे ने कहा- अपने मुताबिक नया भारत बनाने के नाम पर वे कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का नारा देते हैं, क्योंकि वे जानते हैं कि जब तक कांग्रेस मौजूद है, तब तक वे ऐसा नहीं कर सकते। हम ऐसा नहीं होने देंगे और इसके लिए लगातार लड़ाई जारी रखेंगे।
लोकतंत्र को बदलने की कोशिश की जा रही
खड़गे ने कहा- आज मेरे लिए बहुत भावुक क्षण है। आज एक सामान्य कार्यकर्ता को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष चुनकर ये सम्मान देने के लिए मैं आप सबको हार्दिक धन्यवाद देता हूं। कांग्रेस झूठ और नफरत का दायरा तोड़ेगी। लोगों से अपील है कि वे पार्टी के लिए नहीं, बल्कि लोकतंत्र को बचाने के लिए साथ आएं। खड़गे ने कहा कि मैं जानता हूं कि यह कठिन समय है, कांग्रेस ने जिस लोकतंत्र की स्थापना की थी, उसे बदलने की कोशिश की जा रही है। भारत जोड़ो यात्रा के लिए राहुल गांधी को धन्यवाद, इससे पूरे देश में नई ऊर्जा का संचार हो रहा है।
सोनिया बोलीं- पद छोड़कर राहत मिली
इस मौके पर कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी ने कहा कि खड़गे को अध्यक्ष पद की कमान सौंपकर वे राहत महसूस कर रही हैं। उनके सिर से बड़ा बोझ उतर गया है। उन्होंने कहा- मैं नए पार्टी अध्यक्ष खड़गे जी को बधाई देती हूं। वे एक अनुभवी और जमीनी नेता हैं। वे अपनी मेहनत और समर्पण से इस ऊंचाई तक पहुंचे हैं। सोनिया ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद भी दिया।
गांधी परिवार की तीन पीढ़ियों को नमन किया
कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभालने के लिए एआईसीसी मुख्यालय पहुंचने से पहले खड़गे ने राजघाट में गांधीजी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वे जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की समाधि पर गए। इस तरह खड़गे ने पद संभालने से पहले गांधीजी के साथ कांग्रेस की तीन पीढ़ियों को नमन किया। एआईसीसी पहुंचने पर सोनिया और राहुल ने मंच पर खड़गे को गुलदस्ता सौंपकर उनका स्वागत किया। खड़गे ने पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री और दलित नेता बाबू जगजीवन राम की समाधि पर भी फूल चढ़ाए। खड़गे ने मंगलवार शाम को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात की थी। एआईसीसी हेडक्वार्टर में शपथ के लिए सुबह 10 बजे का समय तय किया गया था। इसमें थोड़ी देर हुई है।
सोनिया के बाद सबसे बड़े अंतर से जीते खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष पद चुनाव के नतीजों में मल्लिकार्जुन खड़गे ने शशि थरूर को 6825 वोट से हराया है। खड़गे को 7897 वोट मिले, वहीं थरूर को 1072 वोट ही मिल सके। इस चुनाव में जीत के साथ ही खड़गे कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले 65वें नेता हो गए हैं। वे बाबू जगजीवन राम के बाद कांग्रेस अध्यक्ष बनने वाले दूसरे दलित नेता हैं। इसके अलावा वे कर्नाटक से इस पद को संभालने वाले दूसरे नेता भी हैं।