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रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन शुक्रवार को सदन में जोरदार हंगामा हुआ। मंत्री शिवकुमार डहरिया और अजय चंद्राकर के बीच सदन में हाथापाई की नौबत आ गई। कैबिनेट मंत्री ने विपक्षी सदस्य को देख लेने की बात कह डाली। इसके बाद विधानसभा की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी गई। 

विधानसभा के विशेष सत्र में आरक्षण विधेयक पर चर्चा शुरु होने से पहले ही सदन में जमकर हंगामा हो गया। कैबिनेट मंत्री शिव कुमार डहरिया और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इतना ही नहीं मंत्री ने विधायक को देख लेने की बात भी कह डाली। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हो गया। 

इस बीच शिव डहरिया ने विपक्ष को चुनौती दे दी। उसके बाद अजय चंद्राकर और बृजमोहन अग्रवाल सवाल-जवाब करने लगे। इधर डहरिया भी उनकी तरफ तेजी से बढ़े। बीच में दोनों एक दूसरे से टकराए। हालांकि इस बीच दूसरे विधायक बीच-बचाव करने पहुंच गए।

इस बीच मंत्री की बात सुनकर बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल भी भड़क गए और उन्होंने मंत्री को चुनौती देते हुए आने के लिए कहा। सदन में दोनों पक्षों के बीच हुए विवाद और हंगामा को देखते हुए अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को 10 मिनट के लिए स्थगित कर दी। 

आरक्षण विरोधी हैं भाजपा
मंत्री शिव डहरिया ने सदन में हुए हंगामे के बाद कहा कि भाजपा के लोग आरक्षण के घोर विरोधी हैं। पिछले डेढ़ घंटे से सदन को ये लोग जानबूझकर चलने नहीं दे रहे हैं। मंत्री ने बताया कि विवाद इस बात को लेकर है कि सरकार आरक्षण विधेयक ला रही है। भाजपा अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के लोगों को आरक्षण न मिले यही भाजपा के लोग चाहते हैं। भाजपा का कभी प्रजातंत्र पर विश्‍वास नहीं रहा है।
 
धक्‍का-मुक्‍की एक शर्मनाक घटनाः भगत
दूसरी ओर मंत्री अमरजीत भगत ने सदस्‍यों के बीच धक्‍का-मुक्‍की को शर्मनाक घटना बताया। मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि सभी चाहते हैं कि विधेयक पारित हो, लेकिन उसे कोई रोकने की कोशिश करे तो चर्चा में गरमाहट आ जाती है। सदन में सत्‍ता पक्ष विधेयक को पारित करने और विपक्ष इसे रोकने का प्रयास कर रही है। भारतीय जनता पार्टी ने आपा खो दिया है, लेकिन सत्‍ता पक्ष चाहती है हर परिस्थिति में आरक्षण लागू हो। इसे लेकर सदन में चर्चा जारी है, लेकिन भाजपा का चेहरा इसमें बेनकाब हो रहा है। बीजेपी इसे रोकने का पूरा प्रयास कर रही है। यहां तक कि हाथापाई पर उतारू हो गई है। लेकिन मुझे पूरी उम्‍मीद है कि सरकार इसे पारित करा कर रहेगी।

मरकाम को कैसे पता 2 दिसम्बर को बिल पेश होगा : चंद्राकर

भाजपा सदस्य अजय चंद्राकर ने सदन में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम पर विशेषाधिकार भंग करने का आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की और कहा कि विधानसभा की अधिसूचना से पहले मोहन मरकाम को कैसे पता चला कि 2 दिसम्बर को बिल पेश होगा। हालांकि इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि वे इस पर अपना फैसला बाद में देंगे। इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने सदन से वाकआउट कर दिया।