
0 जन अधिकारी महारैली में भाजपा पर बरसे कांग्रेस नेता
0 मंत्रियों ने राज्यपाल से इस्तीफे की मांग की
रायपुर। आरक्षण के मुद्दे को लेकर साइंस कालेज मैदान पर मंगलवार को आयोजित जन अधिकारी महारैली में कांग्रेस नेताओं ने विपक्षी भाजपा पर जमकर हमला बोला। महारैली में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, प्रदेश अध्यक्ष मरकाम, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। रैली में सीएम बघेल, मंत्रियों व कांग्रेस नेताओं ने राजभवन को आड़े हाथों लिया। सीएम बघेल ने आरोप लगाया कि सरकार युवाओं को नौकरी देना चाहती है, पर राजभवन में इसे रोकने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा आरक्षण विरोधी है। इस मौके पर सरकार के कई मंत्रियों ने राज्यपाल से इस्तीफे की भी मांग कर दी।
2 दिसंबर को विधानसभा से आरक्षण विधेयक राजभवन भेजा गया था, अब तक राज्यपाल ने हस्ताक्षर नहीं किए हैं, इसी का विरोध जताने कांग्रेस ने जन अधिकार महारैली आयोजित की। रैली में मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि बीजेपी आरक्षण विरोधी है। संबोधन के दौरान कुमारी शैलजा ने राहुल गांधी की तुलना महात्मा गांधी से की। इधर स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने आरक्षण विधेयक पर कहा कि राज्यपाल को अपना पद छोड़ देना चाहिए।
जन अधिकार रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्यपाल ने तो कहा था आप विधेयक भेजिए। 1 मिनट में हस्ताक्षर कर दूंगी और 1 महीने से भी ज्यादा वक्त बीत गया, मगर अब तक विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं हुए। मैंने कई बार कहा कि राज्यपाल अपनी हठधर्मिता छोड़ें मगर वह राजी नहीं हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हर मोर्चे पर जनता के अधिकार के लिए हम लड़ेंगे।
हम लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगेः सीएम बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि आदिवासियों के जीवन में परिवर्तन आए। भाजपा चाहती नहीं कि किसान, मजदूर, अनुसूचित जाति के नौजवान के जीवन में परिवर्तन आए, लेकिन कांग्रेस हमेशा अधिकार की बात करती है। आज आरक्षण के माध्यम से हमारे नौजवान युवकों को अधिकार देने की बात छत्तीसगढ़ सरकार कर रही है। आपसे कहना चाहता हूं कई संकट छत्तीसगढ़ सरकार के ऊपर लाने की कोशिश की गई। जब हम 2500 रुपये क्विंटल धान खरीदने की बात कर रहे थे तो केंद्र सरकार ने अड़ंगा लगाया कि समर्थन मूल्य से 1 रुपए ज्यादा दिया तो आपका धान नहीं खरीदा जाएगा, लेकिन छत्तीसगढ़ की सरकार ने फैसला किया कि सरकार घाटा खा लेगी, लेकिन किसानों को नुकसान नहीं होने देगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून से बाहर जाकर हमने कोई काम नहीं किया है। हमने किसी के साथ अन्याय नहीं किया। हमारा रास्ता न्याय और भाईचारे का है। महीना बदल गया, साल बदल गया, लेकिन राज्यपाल ने हस्ताक्षर नहीं किया। राज्यपाल न हस्ताक्षर कर रही हैं न विधेयक लौटा रही हैं। भाजपा आरक्षण विरोधी है। किसी को आरक्षण का लाभ न मिल पाए, ये भाजपा की मंशा है।
छत्तीसगढ़ में बांटने का खेल खेला जा रहा हैः शैलजा
मंच से संबोधित करते हुए कुमारी शैलजा ने कहा कि आजादी के वक्त जैसे महात्मा गांधी ने देश के कोने-कोने का चक्कर लगाया था, वैसे ही राहुल गांधी देश की यात्रा कर रहे हैं। देश को एकता का फिर से संदेश मिलेगा। कांग्रेस एकता को जोड़ने के लिए लड़ती है। नफरत फैलाने के लिए भाई को भाई से अलग करने के लिए आप देख रहे हैं कि इसका खेल छत्तीसगढ़ में खेला जा रहा है। जहां एक ओर सामाजिक न्याय की बात हो रही है, आरक्षण की बात हो रही है, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में बांटने का खेल खेला जा रहा है। आपने देखा विधानसभा में कैसे भारतीय जनता पार्टी के लोग चिंगारी लगाते हैं। यहां छत्तीसगढ़ के लोग ऐसी चिंगारी को कभी अपना नही पाएंगे, कोशिश बहुत होती है। आरएसएस की विचारधारा की कि भाई को भाई से अलग किया जाए कभी धर्म के नाम पर कभी जाति के नाम पर लेकिन छत्तीसगढ़ के मेरे भाइयों और बहनों आप लोगों ने इनकी इस तरह की राजनीति को विचारधारा को कभी सफल नहीं होने देना है।
राज्यपाल अपना पद छोड़ेंः सिंहदेव
रैली में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आरक्षण के विधेयक पर निर्णय नहीं ले पा रही हैं, उन्हें अपने आपको इस जिम्मेदारी भरे पद से अलग कर लेना चाहिए। छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए।
भाजपा को 15 से 0 सीट में लाना हैः मरकाम
रैली में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा की वजह से राजभवन में आरक्षण विधेयक अटक गया है। भाजपा की वजह से लोगों का अधिकार उन्हें नहीं मिल रहा है। मरकाम ने कहा कि भाजपा को 15 सीट से अब 0 सीट पर लाना है। भाजपा ने बस्तर में आग भड़काने का काम किया है। भाई से भाई को लड़ाने का काम किया है।

