रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के नए उपाध्यक्ष का चुनाव कर लिया गया है। केशकाल के विधायक संतराम नेताम बुधवार को निर्विरोध उपाध्यक्ष चुने गए। एक दिन पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर सहमति बनी थी। बुधवार को नामांकन और गुरुवार को चुनाव होना था, लेकिन एकमात्र नामांकन होने के कारण उपाध्यक्ष के रूप में उनके नाम का ऐलान कर दिया गया है। उसके बाद बुधवार दोपहर बाद निर्वाचन की प्रक्रिया भी पूरी करा ली गई। केशकाल विधायक संतराम नेताम को निर्विरोध विधानसभा का उपाध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
बता दें कि मनोज मंडावी के निधन के बाद विधानसभा उपाध्यक्ष का पद रिक्त था। मंडावी भानुप्रतापपुर से विधायक थे। उनके स्थान पर उनकी पत्नी सावित्री मंडावी विधायक चुनी गई हैं। वहीं, कांग्रेस ने आदिवासी बहुल बस्तर से दूसरी बार के विधायक नेताम को नया उपाध्यक्ष चुना है।
17 साल तक की पुलिस की नौकरी, मां रह चुकी हैं सरपंच
संतराम नेताम का जन्म 2 मई 1972 को कोंडागांव के विश्रामपुरी ब्लॉक के पलना गांव में हुआ था। उन्होंने एमए एलएलबी तक की शिक्षा ग्रहण की और फिर 17 साल तक पुलिस विभाग में नौकरी की। उन्होंने 25 फरवरी 1999 को दुर्गा नेताम के साथ शादी की। उनके एक पुत्र व दो पुत्रियां हैं। समाज सेवा में विशेष रुचि को देखते हुए नेताम ने पुलिस की नौकरी छोड़ी और राजनीति में आए। कांग्रेस पार्टी से जुड़े। नौकरी छोड़कर खेती को पेशे के रूप में अपनाया। विधायक बनने से पहले बड़े राजपुर जनपद पंचायत से बीडीसी मेंबर (जनपद सदस्य) भी चुने गए। उनके माता-पिता बड़े राजपुर ब्लॉक के ग्राम पलना में रहते हैं। उनके पिता बीरसिंह नेताम सहकारी समिति सलना के अध्यक्ष हैं। उनकी मां मुन्नी नेताम ग्राम पंचायत पलना की 2005 से 10 तक सरपंच रह चुकी हैं।