नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग चुनाव में आधुनिक प्रौद्योगिकी के प्रयोग और मतदान की निष्पक्षता के विषय पर इस सप्ताह अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन की मेजबानी करने जा रहा है।
यह सम्मेलन ऐसे समय आयोजित किया जा रहा है जबकि भारत में अपने मूल स्थान से देश में ही दूसरी जगह पढ़ाई-लिखाई, रोजी- रोजगार के लिए रह रहे मतदाताओं को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से वहां से अपने क्षेत्रों में वोट देने की सुविधा किए जाने के निर्वाचन आयोग के प्रस्ताव पर विपक्ष ने आपत्तियां दर्ज की हैं। विपक्ष इलेक्ट्रॉनिक मतदान मशीन में गड़बड़ी की आशंकाएं भी जाहिर करता रहा है।
निर्वाचन आयोग की विज्ञप्ति के अनुसार यह सम्मेलन 23 और 24 जनवरी को नयी दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है । सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार करेंगे और समापन सत्र को निर्वाचन आयुक्त अनूप चंद्र पांडे संबोधित करेंगे। निर्वाचन आयुक्त अरुण गोयल इस सम्मेलन के पहले तकनीकी सत्र की अध्यक्षता करेंगे।
आयोग विभिन्न देशों के चुनाव निकायों के एक समूह का नेतृत्व करता है जो चुनाव प्रक्रिया के सुधार को लेकर बराबर चर्चा पर चर्चा करते रहते हैं । इस समूह का पहला सम्मेलन ‘निर्वाचन प्रबंधन निकायों की भूमिका, नियम और क्षमता’ ‘प्रौद्योगिकी के प्रयोग और मतदान की निष्पक्षता’ के विषय पर पिछले साल 31 अक्टूबर से 01 नवंबर तक दिल्ली में हुआ था । इसमें 11 देशों के निर्वाचन प्रबंधन निकायों के 50 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया था।