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0 आरोपी ने खुद को ईडी से सेटिंग के लिए 20 लाख रुपए की मांग की

रायपुर। छत्तीसगढ़ में ईडी की छापेमार कार्रवाई और गिरफ्तारियों से कई कारोबारी और अफसर घबराए हुए हैं। इसी का फायदा उठाने के लिए कई ठग भी सक्रिय हो गए हैं। रायपुर पुलिस ने फर्जी ईडी अफसर बनकर 20 लाख रुपए की मांग करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर रायपुर लाया। आरोपी युवक का नाम राजेश चौधरी बताया जा रहा है।

छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई जारी है। मनी लॉन्ड्रिंग और कोल के अवैध लेन-देन के मामले में अफसर और कारोबारियों की धरपकड़ और पूछताछ की जा रही है। 

ईडी मामले में फंसे आरोपी राजेश चौधरी के परिजनों से इस ठग ने कह दिया कि प्रवर्तन निदेशालय में मेरी पहचान के अफसर हैं, सबसे मेरी सेटिंग है, 20 लाख दो और तुम्हारा नाम केस से हटवा दूंगा। खबर है कि जांच में फंसे शख्स के परिजनों ने रुपए दे भी दिए। मगर काम नहीं हो सका तो मामला खुला। आखिरकार इस व्यक्ति को मुंबई से पकड़कर रायपुर लाया जा रहा है। शुक्रवार शाम को इसे कोर्ट में पेश किया जा सकता है। ईडी से स्थानीय पुलिस को सौंप सकती है कोर्ट के निर्देश के बाद। फिल्हाल इसके नाम का खुलासा नहीं किया गया है।

सौम्या चौरसिया की बेल हो चुकी है खारिज
27 जनवरी शुक्रवार को सौम्या चौरसिया की रिमांड खत्म हो रही थी। अदालत ने इसे भी बढ़ा दिया है। 30 जनवरी तक सौम्या चौरसिया जेल में ही रहेंगी। पिछले सप्ताह इनकी जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। निलंबित राज्य सेवा अधिकारी सौम्या चौरसिया की कोर्ट ने जमानत याचिका खारिज कर दी थी। ईडी ने जमानत का विरोध करते हुए कहा था कि वह प्रभावशील महिला हैं, उन्हें जमानत मिलने से जांच प्रभावित होगी। बचाव पक्ष की ओर से सौम्या के लिए कहा गया था कि जिन धाराओं में उनकी गिरफ्तारी हुई है, वह केस उन पर बनता ही नहीं है। ईडी की तलाशी में सौम्या चौरसिया के यहां से कोई आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद नहीं हुई है। कोल परिवहन मामले से उनका कोई लिंक भी नहीं है। मनी लांड्रिंग केस में एक महिला को इतने अधिक समय तक जेल में नहीं रखा जा सकता। उनका कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं, उनकी देखभाल प्रभावित हो रही है।