0 अपने समर्थकों से कहा-गली-गली जाकर बताओ- चुनाव चिह्न तीर-कमान चोरी हो गया
मुंबई। उद्धव ठाकरे ने शनिवार को अपने समर्थकों से कहा कि गली-गली में जाकर लोगों को बताइये कि पार्टी का चुनाव चिह्न ‘तीर-कमान’ चोरी हो गया है। सीएम एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चोर को सबक सिखाने की जरूरत है। वह पकड़ा गया है। मैं चोर को तीर-कमान लेकर मैदान में आने की चुनौती देता हूं और हम एक जलती हुई मशाल से उसका मुकाबला करेंगे।
उद्धव ने कहा कि पीएम को लगता है वो शिवसेना को खत्म कर देंगे। शिवसेना कभी खत्म नहीं होगी। चुनाव आयोग पीएम का गुलाम है। आयोग ने वो किया है जो पहले कभी नहीं हुआ। उन्हें बाला साहेब ठाकरे का चेहरा चाहिए, उन्हें चुनाव चिन्ह चाहिए, लेकिन शिवसेना का परिवार नहीं। पीएम मोदी को महाराष्ट्र आने के लिए बाला साहेब ठाकरे के मास्क की जरूरत है, लेकिन राज्य के लोग जानते हैं कौन सा चेहरा असली है और कौन नहीं। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि अगर वे मर्द हैं तो चोरी का धनुष-बाण लेकर भी हमारे सामने आओ, हम मशाल लेकर चुनाव लड़ेंगे। यह हमारी परीक्षा है, लड़ाई शुरू हो गई है।
उन्होंने अपने समर्थकों से धैर्य रखने और अगले चुनावों की तैयारी करने को कहा। ठाकरे यहां बांद्रा स्थित अपने आवास मातोश्री के बाहर पार्टी नेताओं की बैठक की अध्यक्षता करने से पहले अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। बड़ी संख्या में ठाकरे के समर्थक मातोश्री के बाहर जमा हुए और एकनाथ शिंदे के खिलाफ और ठाकरे के समर्थन में नारे लगाए।
पवार की उद्धव को सलाह- फैसला स्वीकारें, नया सिंबल लें
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने उद्धव को सलाह दी है कि चुनाव आयोग के फैसले को स्वीकार कर लें। शुक्रवार को इलेक्शन कमीशन (EC) ने एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना बताया था। चुनाव आयोग ने शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और तीर-कमान का निशान इस्तेमाल करने की इजाजत दी थी। उद्धव ने इस पर आपत्ति जताई थी और इलेक्शन कमीशन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी।
इस पर शरद पवार ने कहा कि जब कोई फैसला आ जाता है, तो चर्चा नहीं करनी चाहिए। इसे स्वीकार करें, नया चिह्न लें। पुराना चिह्न खोने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हालांकि, एनसीपी नेता अजित पवार ने आयोग के इस फैसले को अप्रत्याशित बताया है। अजीत पवार ने पूछा कि चुनाव आयोग ने फैसला सुनाने में जल्दबाजी क्यों की।