0 आईएएस अफसर ने लिया था मनीष का नाम
नई दिल्ली। शराब नीति केस में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने रविवार शाम गिरफ्तार कर लिया। सीबीआई ने 8 घंटे लंबी पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार किया। बताया गया है कि आबकारी विभाग के एक आईएएस अफसर ने सीबीआई की पूछताछ में सिसोदिया का नाम लिया था। अफसर ने कहा- सिसोदिया ने ऐसी शराब नीति बनवाई थी, जिससे सरकार को मुनाफा नहीं हो, व्यापारियों को मोटा फायदा हो। इसी बयान के आधार पर सिसोदिया से पूछताछ की गई थी।
सूत्रों की मानें तो अफसर ने सिसोदिया पर सबूत नष्ट करने का भी आरोप लगाया था। सीबीआई ने सिसोदिया और अफसर को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की तो उन्होंने कई सवालों के जवाब नहीं दिए। यही सिसोदिया की गिरफ्तारी की वजह बनी। सिसोदिया को सोमवार दोपहर कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले उनका मेडिकल टेस्ट होगा। सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद CBI मुख्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
क्या है पूरा मामला
सीबीआई ने पिछले साल 19 अगस्त को मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के FIR दर्ज की थी। इसमें तत्कालीन एक्साइज कमिश्नर समेत तीन अफसर, दो कंपनियां और नौ कारोबारी शामिल थे। सीबीआई ने दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार की रिपोर्ट के आधार पर केस दर्ज किया था।
दरअसल, 8 जुलाई, 2022 को दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार ने उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को एक रिपोर्ट भेजी थी। इसमें एक्साइज मंत्री सिसोदिया पर उपराज्यपाल की मंजूरी के बिना नई आबकारी नीति बनाकर फर्जी तरीके से पैसा कमाने का आरोप लगाया था।
रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना के समय शराब विक्रेताओं ने लाइसेंस शुल्क माफी के लिए दिल्ली सरकार से संपर्क किया। सरकार ने 28 दिसंबर से 27 जनवरी तक लाइसेंस शुल्क में 24.02% की छूट दे दी थी। इससे सरकारी खजाने को 144.36 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।