नई दिल्ली। दिल्ली में राउज एवेन्यू स्थित स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने शराब घोटाले से जुड़े मामले में आगे की पूछताछ के लिए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को 4 मार्च तक के लिए 5 दिन की सीबीआई की रिमांड में भेज दिया है। कोर्ट ने सिसोदिया को 4 मार्च को दोबारा अदालत में पेश करने का निर्देश दिया है।
सीबीआई ने सिसोदिया को करीब 9 घंटे की पूछताछ के बाद रविवार शाम को गिरफ्तार किया था। सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली की राजनीति में अब उबाल आ गया है। इस घटनाक्रम से भाजपा और 'आप' के बीच राजनीतिक खाई और गहरी हो सकती है। आम आदमी पार्टी का आज दिल्ली में भाजपा दफ्तर के घेराव का प्लान है।
सीबीआई की एफआईआर में आरोपी नंबर एक के रूप में नामजद मनीष सिसोदिया से इससे पहले पिछले साल 17 अक्टूबर को पूछताछ की गई थी। इसके एक महीने बाद, पिछले साल 25 नवंबर को एजेंसी ने अपनी चार्जशीट दाखिल की थी। सीबीआई ने चार्जशीट में सिसोदिया को नामजद नहीं किया था क्योंकि तब जांच एजेंसी ने उनके और अन्य संदिग्धों तथा आरोपियों के खिलाफ जांच खुली रखी थी।
बता दें कि, सिसोदिया को 2021-22 के लिए शराब नीति के विभिन्न पहलुओं पर लगभग 9 घंटे की पूछताछ के बाद रविवार शाम गिरफ्तार किया गया था। जांच एजेंसी का कहना है कि आबकारी नीति तैयार करने और कार्यान्वयन दोनों में अनियमितताएं थीं और उसका मकसद आम आदमी पार्टी (आप) से जुड़े लोगों को कथित तौर पर लाभ पहुंचाना था। सीबीआई के अधिकारी सिसोदिया के जवाब से संतुष्ट नहीं थे और उन्होंने आरोप लगाया कि सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे जिसके परिणामस्वरूप उन्हें गिरफ्तार किया गया है। सीबीआई ने एक बयान में कहा, सिसोदिया ने सवालों को टालने वाले जवाब दिए और सबूत दिखाए जाने के बाद भी उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया।