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0 विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया- केंद्र सरकार को लिखा है पत्र 
रायपुर। छत्तीसगढ़ में रायपुर के बाद दूसरा एम्स (AIIMS) खोलने का मामला विधानसभा के प्रश्नकाल में उठा। बिलासपुर संभाग के सभी विधायकों ने लामबंद होकर मांग उठाई।  विधायक जानना चाह रहे थे कि बिलासपुर में एम्स खोलने के लिए राज्य सरकार ने जो पत्र भेजा था, उसका क्या हुआ। 

प्रश्नकाल में कांग्रेस विधायक शैलेष पांडेय ने बिलासपुर में एम्स खोलने की मांग का मुद्दा उठाया। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि जब भी राज्य में एम्स खोला जाए तो वह बिलासपुर में ही खोला जाए। भाजपा सदस्य धरमलाल कौशिक ने भी इसका समर्थन किया। वहीं जोगी कांग्रेस के धर्मजीत सिंह ने भी कहा कि क्या इस सदन से एक शासकीय संकल्प भेजा जाएगा। इस पर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि राज्य की ओर से जब भी पहल की जाए, दूसरा एम्स बिलासपुर में ही खोला जाए। इस दिशा में प्रयास किया जाना चाहिए। 
इस पर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने प्रश्न के उत्तर में बताया कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ का दूसरा एम्स बिलासपुर में खोलने के लिए पत्र लिखा गया है। इस विषय पर मुख्यमंत्री जी से भी बात हुई है। हमारा प्रयास होगा कि प्रदेश में दूसरा एम्स भी खुले। बिलासपुर इलाके के सभी विधायक इस बात पर लामबंद थे कि एम्स अगर खुलेगा तो बिलासपुर में ही खुले। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मैं जनप्रतिनिधियों की भावनाओं को समझता हूं। उन्होंने ये भी कहा कि कई राज्यों में अभी एक भी एम्स नहीं है। श्री सिंहदेव ने बताया कि देश में भी अभी तक कोई दूसरा राज्य नहीं है, जहां दो एम्स हो। हाल ही में मीडिया रिपोर्ट आई है कि केंद्र सरकार हर राज्य में कम से कम एक एम्स खोले जाने के संबंध में चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि राज्य में पांच संभाग है, इनमें सबसे बड़ा संभाग बिलासपुर है। जनसंख्या के अनुपात में, मांग के आधार पर और औचित्य के आधार पर भी बिलासपुर में एम्स खोले जाने पर मेरी सहमति है। मैंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को इस संबंध में पत्र लिखा है। उनका जवाब भी आया है कि उन्हें उनका पत्र मिल गया है। 

चौबे ने विपक्ष को दी नसीहत, कहा-संसदीय आचरण करें
रायपुर। संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने शून्यका के दौरान भाजपा विधायकों को संसदीय आचरण का पालन करने की नसीहत दी। इससे पहले भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल ने विधायकों के अपमान का मामला फिर उठाया। उन्होंने कल मुख्यमंत्री बघेल के भाषण का उदाहरण देकर सदन में मामला उठाया। सीएम बघेल ने रेबीज इंजेक्शन लगाने कहा था। श्री अग्रवाल ने स्पीकर के मुद्दे को लेकर भी जानकारी रखी। स्पीकर के संबंध में कही गई बात को विलोपित किया गया। उपाध्यक्ष नेताम ने उस विवादित अंश को हटाने का आश्वासन दिया। इस पर वहीं संसदीय मंत्री रविंद्र चौबे ने भी विपक्षी सदस्यों को नसीहत दी। इससे पहले प्रश्नकाल में भी बृजमोहन अग्रवाल की टिप्पणी से सदन में जमकर शोरगुल हुआ। श्री अग्रवाल ने सत्तापक्ष के हंगामे पर टिप्पणी की थी।