0 एसएफआई कार्यकर्त्ता दफ्तर में घुसकर धक्कामुक्की कर चुके हैं
कोच्चि। एशियानेट न्यूज के कोच्चि दफ्तर में केरल पुलिस ने रविवार को छापा मारा है। यह कार्रवाई विधायक पीवी अनवर की शिकायत के बाद की जा रही है। विधायक ने आरोप लगाया है कि एशियानेट ने नाबालिग लड़की का इस्तेमाल कर फर्जी खबर तैयार की और उसे फैलाया है। मामले में पुलिस ने जालसाजी,पॉक्सो सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है।
छापेमारी के बाद से अभी तक पुलिस का बयान नहीं आया है। वहीं, एशियानेट न्यूज के प्रेसिडेंट राजेश कालरा ने कहा कि पुलिस मनगढ़ंत मामले में छापेमारी कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें धमकाने की कोशिश की जा रही है। हमारा न्यूज ग्रुप इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा।
एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने एशियानेट के कोच्चि ऑफिस पर घुसकर धक्कामुक्की की
3 मार्च को स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के करीब 30 कार्यकर्ता एशियानेट के कोच्चि ऑफिस पर घुस गए। सिक्योरिटी गार्ड ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो वह धक्का देते हुए अंदर चले गए। वहां SFI कार्यकर्ताओं ने एशियानेट के खिलाफ नारेबाजी की और कर्मचारियों को धमकाया। वह अपने साथ बैनर और काले झंडे लिए हुए थे। उन्होंने एशियानेट के कर्मचारियों को काम करने से रोका। जब मौके पर पुलिस पहुंची तो सभी कार्यकर्त्ता ऑफिस से निकल गए।
क्या है पूरा मामला
सीएम ने विधानसभा में एशियानेट पर फर्जी खबर फैलाने का आरोप लगाया
मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने विधानसभा में कहा कि 10 अक्टूबर 2022 को एशियानेट न्यूज ने नशीली दवाओं के खतरे पर एक प्रोग्राम दिखाया था। इसमें चैनल ने 14 साल की लड़की का फर्जी इंटरव्यू लिया था। ऐसी फेक न्यूज फैलाने और उसमें नाबालिग लड़की को शामिल करने के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामले में जांच भी शुरू कर दी गई है।
सीएम के आरोप के बाद चैनल ने नाबालिग के पिता के बयान के साथ खबर चलाई
विधानसभा में CM का बयान आने के बाद एशियानेट न्यूज ने फिर एक खबर चलाई। इसमें नाबालिग लड़की के पिता का स्टेटमेंट था, जिसमें बताया गया कि नशे के खिलाफ जो खबर चलाई गई थी, वह फर्जी नहीं है।
पत्रकार संगठनों ने कहा- यह मीडिया पर हमला है
प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, दिल्ली यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स और केरल यूनियन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स ने एक साथ मिलकर स्टेटमेंट जारी किया है। उन्होंने कहा कि राज्य में मीडिया को धमकाने की कोशिश की जा रही है। यह प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला है। संगठनों ने कहा कि SFI कार्यकर्ताओं का ऑफिस में घुसकर धमकी देना सही नहीं है। उम्मीद है कि केरल सरकार एशियानेट पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी।