0 ईडी ने देर रात दी थी ढेबर के ठिकानों पर दबिश
रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) छत्तीसगढ़ के दो हजार करोड़ के शराब घोटाला मामले की जांच कर रही है। सूत्रों के मुताबिक देर रात ईडी की टीम ने रायपुर के पेंशन बाड़ा इलाके में शराब घोटाला मामले में आरोपी बताए जा रहे कारोबारी अनवर ढेबर के परिजनों के मकान और रेसीडेंशियल बिल्डिंग में दबिश दी।
पूरे इलाके में इस वजह से गहमागहमी का माहौल बना रहा। अलग-अलग गाड़ियों में पहुंचे ईडी के अधिकारियों ने सुबह होते-होते यहां से कुछ दस्तावेज भी जब्त किए हैं और दो लग्जरी कारों को भी अपने साथ ले गए। हालांकि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से इस पर फिलहाल कोई बयान जारी नहीं किया गया है।
13 को ढेबर की बेल पर सुनवाई
कारोबारी अनवर ढेबर, आबकारी विभाग के स्पेशल सेक्रेटरी रह चुके एपी त्रिपाठी, कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लन और नितेश पुरोहित इस वक्त जेल में हैं। इन सभी की न्यायिक रिमांड 13 जून को खत्म हो रही है। 13 को ही इस केस में अनवर की जमानत पर सुनवाई होगी।
कोल मामले में अभियोजन पत्र अदालत भेजा गया
ईडी की ओर से कहा गया है कि कोल लेवी मामले में अभियोजन पत्र विशेष अदालत में भेजा गया है। इसे अदालत ने संज्ञान में लिया है। पहले ही इस मामले में आईएएस अधिकारी और कुछ कोल कारोबारी जेल में बंद है।
कोल और शराब मामले में संपत्ति अटैच भी
पिछले दिनों अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और अफसर अनिल टुटेजा से 121.87 करोड़ की 119 अचल संपत्ति अटैच की गई है। शराब घोटाला मामले में अब तक प्रदेश में कुल 180 करोड़ रुपए की संपत्ति अटैच की जा चुकी है। इसमें कैश, एफडी भी होल्ड किए गए हैं।
9 मई को ईडी ने प्रॉपर्टी अटैच करने की एक और कार्रवाई की थी। ये मामला कोल लेवी वसूली का है। इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए ईडी की तरफ से ट्वीट पर लिखा गया कि प्रदेश में 90 चल अचल संपत्तियों को अटैच किया गया है। जिनमें लग्जरी गाड़ियां, ज्वेलरी और नगद शामिल है। कुल 51.40 करोड़ की संपत्ति को बरामद किया गया है। यह बरामदगी रानू साहू, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव, विधायक चंद्रदेव राय के पास से की गई है। यह कोल एक्सटॉर्शन स्कैम से जुड़ा हुआ मामला है। ईडी की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में अब तक 221.5 करोड़ के आसपास की संपत्ति अटैच की जा चुकी है।