मुख्यमंत्री ने कहा-कका का अर्थ नहीं जानते गिरिराज सिंह
रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन दिनों सीएम भूपेश बघेल को दिए गए "कका' सम्बोधन को लेकर सियासत चल रही हैै। केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के कका को खाका कहने पर सीएम भूपेश बघेल ने इसे छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान बताया है।
सीएम ने कहा कि सीधी सी बात है कि ये टाइटल मैंने खुद नहीं दिया, बल्कि युवाओं ने और प्रदेश की जनता ने दिया है। 'कका है तो भरोसा है' और 'कका अभी जिंदा है' को हर वर्ग के लोग संबोधित करते हैं। अगर गिरिराज सिंह कका को खाका बता रहे हैं तो ये छत्तीसगढ़ की जनता का अपमान है। कका शब्द का अर्थ शायद गिरिराज जी नहीं जानते और इसी तरह प्रदेश की जनता का अपमान कर रहे हैं।
दरअसल, गिरिराज सिंह ने अपने बस्तर दौरे के समय ये कहा था कि, यहां के कका नहीं बल्कि खाका हैं, जो भारत के पैसे को खा गए हैं। बस्तर में धर्मांतरण को छूट दे रखे हैं। गिरिराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में सनातन धर्म को खत्म करने का प्रयास कर रही है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे।
रमन सिंह पर किया पलटवार
पाटन और दुर्ग छोड़कर प्रदेश की 88 विधानसभा में विकास का कोई काम नहीं किए जाने के रमन सिंह के आरोप पर सीएम भूपेश बघेल ने पलटवार किया है। सीएम ने कहा कि आप सरगुजा, रायगढ़ चले जाइए, रमन सिंह के क्षेत्र में चले जाइए। रमन सिंह 15 साल मुख्यमंत्री रहे, वहां के सामाजिक संगठनों से पूछ लीजिए, कितना पैसा कितनी जमीन उन्हें दिया गया। वहां रमन सिंह ने सड़क निर्माण किया है तो मुझे सड़क निर्माण की स्वीकृति देनी नहीं पड़ती। उनके समय में उसी ब्रिज को तोड़ो और फिर उसी ब्रिज को बनाया जाता था। क्षेत्र में जितने पुल-पुलिया बने, सब धसक गए, स्टॉप डेम भी ढह गया। ये उनके कार्यकाल का हिसाब-किताब है, 5 साल हो गए रमन सिंह दौरे में नहीं जाते। अपने बूते एक सभा नहीं कर पाए यह उनकी स्थिति है।
जहां काम चल रहा, वहां जाकर देखें
उन्होंने कहा कि आज कितने हजार करोड़ का नुकसान छत्तीसगढ़ के किसानों और देश के किसानों को हुआ। दूसरी तरफ रमन सिंह कहते हैं कि राम वन गमन परिपथ में क्या खर्च हुआ। वह चंदखुरी जाकर देख सकते हैं, शिवरीनारायण चल दें, राजिम चल दें, जहां काम चल रहे हैं, जाकर देख सकते हैं। केवल ट्विटर में बोलने से कुछ नहीं होता। 15 साल मुख्यमंत्री रहे, कभी चंदखुरी नहीं गए, जहां कौशल्या माता मंदिर है।
भाजपा सरकार में जमकर कमीशनखोरी हुई
सीएम भूपेश ने कहा कि गिरिराज सिंह कांग्रेस सरकार पर आरोप लगा रहे हैं। इनके समय में तो मोबाइल, टिफिन बांटने में, चप्पल खरीदने में जमकर कमीशनखोरी हुई। हमारे समय में हितग्राहियों के सीधे खाते में पैसा जा रहा है। बेरोजगारी भत्ता भी यह ठीक से बांट नहीं पाए। हम सीधा उनके खातों में पैसा ट्रांसफर कर रहे हैं।
एमएसपी बढ़ाने के भाजपा के दावे पर बोले
एमएसपी बढ़ाने पर किसानों की आय दोगुनी करने के बीजेपी के दावे को लेकर कहा कि सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी लगातार यह दावा कर रही है कि किसानों की आय दोगुनी हो जाएगी। इस साल जो एमएसपी में वृद्धि हुई है। उसके बारे में बढ़-चढ़कर ये दावे किए जा रहे हैं, जबकि हकीकत ये है कि यूपीए के समय जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, 2004 से 2014 तक और पीएम मोदी 2014 से लेकर 2023 -24 को अगर तुलनात्मक रूप से देखेंगे तो धान में हमारे समय में 134% की वृद्धि हुई है, जबकि उनके समय में केवल 61% वृद्धि हुई। उन्होंने कहा कि ज्वार में 191% इनके समय में 108% की वृद्धि, बाजरा में 143% की वृद्धि हुई यूपीए सरकार के समय हुई थी, जबकि इनके समय में 100% की हुई है । इसी तरह रागी में 191% हमारे समय में और इनके समय में 148% की, मक्का में 150% और इनके समय में मात्र 60% की बढ़ोतरी हुई। सीएम ने बताया कि अरहर में 209% इनके समय में 61% ,मूंग में 219% इनके समय में 86%, इस तरह से इनके समय में वृद्धि आधा हुआ है। रमन सिंह और भाजपा कहती है कि डबल इंजन की सरकार है तो डबल इंजन की सरकार में किसानों को कितना लाभ हुआ। यदि यूपीए की सरकार होती तो 134% जो वृद्धि हुई और उसी दर की वृद्धि होती।
दूसरे राज्यों की कमेटियां गौठान योजना की तारीफ कर रही हैं
जो गौठान योजना है, दिल्ली की चार कमेटियां आ गईं। गुजरात, मध्यप्रदेश गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष आकर गए, सब तारीफ कर के जा रहे हैं और ये घोटाला देख रहे हैं। गिरिराज सिंह कहते हैं नरवा कार्यक्रम में भ्रष्टाचार हुआ। 8 दिन पहले नरवा विकास योजना 3 दिन का कार्यशाला लगा भारत सरकार के एडिशनल सेक्रेटरी आए थे तारीफ किया। जितना बढ़िया काम छत्तीसगढ़ में हुआ है। उतना कहीं नहीं हुआ। ये लोग उसमें गड़बड़ी खोजते हैं, यह लोग दो मुंहें है। चुनाव के लिए आए हैं। 4 महीना रहेंगे और चुनाव में ऐसे ही से बोल कर चले जाएंगे।