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0 पीएम मोदी ने उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा कर दिए निर्देश

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अरब सागर में उठे चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के कारण उत्पन्न स्थिति की सोमवार को यहां एक उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा की और यह सुनिश्चित करने को कहा कि तूफान की आशंका वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने तथा जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सभी उपाय किये जायें।

प्रधानमंत्री ने बैठक में मौजूद केन्द्र तथा गुजरात सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे तूफान की आशंका वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए हर संभव कदम उठायें और वहां बिजली, संचार, स्वास्थ्य , पेयजल आदि सभी सुविधा पहुंचाने के लिए सभी उपाय करें। उन्होंने कहा कि तूफान की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए नियंत्रण कक्ष दिन रात काम करे। साथ ही यदि तूफान के कारण कोई नुकसान होता है तो स्थिति को जल्द से जल्द सामान्य करने के लिए सभी कदम उठाये जायें।

मौसम विभाग की ओर से बैठक में चक्रवाती तूफान के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि यह तूफान 15 जून को गुजरात के तट से टकरा सकता है। इस दौरान 125 से 135 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलने तथा भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विभाग ने बताया कि राज्य सरकारों और संबंधित एजेन्सियों को नियमित बुलेटिन के माध्यम से निरंतर जानकारी दी जा रही है।

बैठक में यह भी बताया गया कि गृह मंत्रालय स्थिति पर नजर रखते हुए निरंतर निगरानी कर रहा है तथा राज्य सरकार और विभिन्न एजेन्सियों के साथ संपर्क बनाये हुए है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने जरूरी साजो सामान के साथ 12 टीमों को तैयार कर रखा है जबकि 15 अन्य को भी तैयार रहने को कहा गया है।

इस बीच बिपरजॉय चक्रवात की आशंका के मद्देनज़र पश्चिम रेलवे ने भी व्यापक तैयारियां की हैं। रेलवे के भावनगर, महुवा, वेरावल से पाेरबंदर तक के क्षेत्र में इसका प्रभाव रहने की आशंका है। अगले चार दिनों के लिए मालगाड़ियों में डबल स्टेक कंटेनरों की ढुलाई प्रतिबंधित रहेगी। संरक्षा संबंधी उपायों की समीक्षा की जा रही है। दुर्घटना राहत एवं मेडिकल इमरजेंसी गाड़ियों को हर स्थिति के लिए तैयार रखा गया है। आपदा प्रबंधन कक्ष को सक्रिय कर दिया गया है। विभिन्न स्थानों पर ट्रैकों एवं पुलों के अलावा हवा की रफ्तार की भी निगरानी की व्यवस्था की गयी है। डीज़ल इंजनों की व्यवस्था की गयी है। वैकल्पिक संचार साधनों का प्रबंध किया गया है। रेलवे बोर्ड में वॉर रूम से भी पूरी स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

बैठक में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के सलाहकार, केबिनेट सचिव, गृह सचिव, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, राष्ट्रीय आपदा मोचन बले और विभिन्न संबंधित एजेन्सियों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।