Head Office

SAMVET SIKHAR BUILDING RAJBANDHA MAIDAN, RAIPUR 492001 - CHHATTISGARH

tranding

0 152 स्नातक, 55 स्नातकोत्तर को मिली डिग्री 
0 2 विद्यार्थियों को पीएच.डी. की डिग्री प्रदान की गई 
0 असाधारण शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए 36 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदत्त

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को नवा रायपुर स्थित हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के 6वें दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। ट्रिपल आईटी के ऑडिटोरियम में आयोजित इस दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता भारत के सर्वाेच्च न्यायालय के न्यायाधीश और एचएनएलयू के कुलाध्यक्ष माननीय श्री न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस ने की। इस मौके पर एचएनएलयू के कुलाधिपति और छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश श्री रमेश सिन्हा ने दीक्षांत समारोह के शुभारंभ की घोषणा की। कार्यक्रम में राईट नेचर एण्ड सस्टेनेबिलिटी और एचएनएलयू जर्नल ऑफ लॉ एण्ड सोशल साइंसेस नामक पुस्तक का विमोचन किया गया। 

दीक्षांत समारोह में विधि में स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 152 विद्यार्थियों और स्नातकोत्तर परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले 55 छात्रों के साथ दो विद्यार्थियों सुश्री देबमिता मंडल और सुश्री श्रद्धा राजपूत को एचएनएलयू की फैकल्टी में डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी की डिग्री प्रदान की गई। कार्यक्रम में 13 यूजी और 3 पीजी छात्रों को उनकी असाधारण शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए 36 स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। इन पदकों में चांसलर का स्वर्ण पदक, सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली छात्रा के लिए विश्वविद्यालय का स्वर्ण पदक, छत्तीसगढ़ राज्य बार काउंसिल स्वर्ण पदक, स्वर्गीय कमल नारायण शर्मा स्वर्ण पदक, स्वर्गीय श्रीमती शांति देवी अग्रवाल स्मृति स्वर्ण पदक, श्री विद्याधर मिश्र स्मृति स्वर्ण पदक, दिनेश प्रसाद श्रीवास्तव स्मृति स्वर्ण पदक, स्वर्गीय श्री हमीदुल्लाह खान पूर्व विधायक कबीरधाम स्वर्ण पदक, स्वर्गीय के. पी. मुंशी स्वर्ण पदक, सैयद वकील अहमद रिजवी स्वर्ण पदक शामिल हैं।

दीक्षांत समारोह में भारत के सर्वाेच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश और एचएनएलयू कार्यकारी परिषद के पूर्व सदस्य जस्टिस एम. आर. शाह, भारत के सर्वाेच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति  प्रशांत कुमार मिश्रा, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश सैम कोशी, न्यायमूर्ति संजय के अग्रवाल, राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी, भोपाल के पूर्व निदेशक न्यायमूर्ति गोड़ा रघुराम सहित अनेक शिक्षाविद, विधिवेत्ता, अभिभावकगण और छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थी।