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रायपुर। विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन गुरुवार को विपक्षी भाजपा सदस्यों ने पीडीएस में घोटाले को लेकर हंगामा किया। विपक्ष ने घोटाला का आरोप लगाते हुए पूछा कि सरकार इस मामले में क्‍या कार्यवाही कर रही है। विभागीय मंत्री अमरजीत सिंह भगत ने कहा कि केंद्र से टीम आई जांच की, लेकिन कोई घोटाला नहीं साबित हुआ। मंत्री श्री भगत ने आरोप लगाया कि पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने केंद्र को चिट्ठी लिखी थी। मंत्री के जवाब से असंतुष्‍ट भाजपा विधायकों ने नारेबाजी करते हुए सदन से वाकआउट कर दिया।

प्रश्नकाल के दौरान पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह की उनुपस्थिति में भाजपा सदस्य सौरभ सिंह ने सवाल पूछा कि आप किस अधिकारी पर कार्यवाही कर कर रहे हैं। इस पर दोनों तरफ से फिर हंगामा शुरू हो गया। डॉ. रमन सिंह ने पूछा था कि खाद्यान्‍न योजना में पूर्व में हुई अनियमितता के संबंध में 24 मार्च 2023 तक रिपोर्ट आने के बाद जिम्‍मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के आश्‍वासन दिया गया था। इस संबंध में किन- किन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। डॉ. रमन ने यह भी पूछा था कि राज्‍य की 133333 दुकानों में से कितनी दुकानों में अनियमितता पाई गई।

इस पर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि सितंबर 2022 के बचत स्‍टॉक के सत्‍यापन के बाद स्‍टॉक विवरण में अनियमितता पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ कार्यवाही की घोषणा सदन में की गई थी। मंत्री ने बताया कि इस मामले में बिलासपुर हाईकोर्ट में 34 याचिकाएं दाखिल हैं। उनमें अंतिम फैसला आना बाकी है। हाईकोर्ट के निर्णय के बाद ही स्टाक वितरण में अनियमितता की सही मात्रा और दोषी व्यक्तियों की अंतिम संख्या का निर्धारण संभव हो सकेगा। 
इस पर सौरभ सिंह ने कार्रवाई की जानकारी मांगी। इस पर खाद्य मंत्री श्री भगत ने कहा कि पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने घोटाले का आरोप लगाकर केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी थी। जांच के लिए केंद्रीय टीम भी आई थी। जांच में आरोप निराधार पाया। मंत्री के जवाब से भाजपा सदस्य संतुष्ट नहीं हुए और सौरभ सिंह ने कहा कि अतिरिक्त आबंटन के लिए ऑनलाइन परमिशन दी गई थी। संबंधितों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई। इस बीच नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने आरोप लगाया कि करीब 5 हजार करोड़ का राशन घोटाला हुआ है। उन्होंने पूरे मामले में कार्रवाई का ब्यौरा मांगा। इसके बाद सदन में दोनों तरफ से शोरशराबा होने लगा। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट भाजपा विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।