0 12वीं में 21 हजार, 10वीं में 24 हजार पास नहीं हुए, इन्हें फिर मिलेगा मौका
रायपुर। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल ने पूरक परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए हैं। पूरक परीक्षा उन स्टूडेंट्स ने दिए थे, जो मुख्य परीक्षा में कुछ विषयों में फेल हुए थे। इन सभी ने पास होने की उम्मीद से फिर से परीक्षा दी। मगर इस बार भी हजारों स्टूडेंट फेल हो गए। 10वीं और 12वीं मिलाकर लगभग 45 हजार बच्चे फेल हुए हैं।
12वीं की पूरक परीक्षा में 21 हजार, 10वीं में 24 हजार स्टूडेंट फेल हुए। हाई स्कूल परीक्षा(10वीं) में 31563 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। मगर परीक्षा देने 30664 ही पहुंचे। इनमें से 6213 पास हो पाए। लगभग 20.27% रिजल्ट रहा।
हायर सेकेंडरी स्कूल सर्टिफिकेट परीक्षा(12वीं) में 28209 परीक्षार्थी शामिल हुए। इनमें से 7115 पास हुए, यानी कि करीब 25.24% स्टूडेंट ही पास हो पाए। बाकी सभी छात्र इस परीक्षा में फेल हो गए हैं । रिजल्ट माध्यमिक शिक्षा मंडल की वेबसाइट http://cgbse.nic.in पर जाकर देख सकते हैं।
जो फेल हो गए उनके लिए ये ऑप्शन
पूरक परीक्षा में फेल होने वाले छात्रों को निराश होने की जरूरत नहीं है। इन्हें पास होने का एक और मौका दिया जाएगा। इसे अवसर परीक्षा कहा जाता है। यह स्टूडेंट्स जिन विषयों में फेल हुए हैं, अगले साल अगस्त सिंतबर माह में फिर से उन्हीं विषयों की परीक्षा देंगे। इसके लिए टाइम टेबल जारी किया जाएगा।
मुख्य परीक्षा में 70 से 75 प्रतिशत रहा था रिजल्ट
इसी साल 10 मई को मुख्य परीक्षा के रिजल्ट जारी किए गए थे। 10वीं में 3 लाख 30 हजार 681 कैंडिडेट परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें 1 लाख 52 हजार 891 छात्र और 1 लाख 77 हजार 790 छात्राएं शामिल हुईं। जिनमें 3 लाख 30 हजार 055 कैंडिडेट्स के परीक्षा परिणाम घोषित किये गए।
परीक्षार्थियों की पहली श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों (फर्स्ट डिवीजन) की संख्या 1,09,903 (33.30 फीसदी) थी। दूसरी श्रेणी( सेकेंड डिवीजन) में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 1,19,901 (36.32 फीसदी) थी। तीसरी श्रेणी (थर्ड डिवीजन) में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 17,914 (5.43 प्रतिशत) थी। 12वीं में 3,23,625 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए। जिनमें 1,43,919 बच्चे और 1,79,706 बच्चियों ने हिस्सा लिया। जिनमें 3,23,266 परीक्षार्थियों के परीक्षा परिणाम घोषित किए गए। उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 2,58,500 थी।
83.64 फीसदी बेटियां और 75.36 फीसदी बच्चे सफल हुए थी। पहली श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 87,140 (26.96 प्रतिशत) थी। द्वितीय श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 1,45,965 (45.15 प्रतिशत)थी। तीसरी श्रेणी में उत्तीर्ण परीक्षार्थियों की संख्या 25,377 (7.85 प्रतिशत) थी।