0 4 दिन पहले येदियुरप्पा ने भी गठबंधन का दावा किया था, कुमारस्वामी ने नकारा
बेंगलुरु। पिछले तीन दिनों से बीजेपी और जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के बीच गठबंधन को लेकर जारी बयानबाजी पर अब विराम लग गया है। जेडीएस सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने 11 सितंबर को पुष्टि कर दी कि बीजेपी और जेडीएस लोकसभा चुनाव साथ लड़ेगी। उन्होंने बेंगलुरु में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- दोनों पार्टियों के नेताओं के बीच साथ चुनाव लड़ने पर सहमति बन गई है। जेडीएस कितने सीटों पर लड़ेगी, इस पर मैं पीएम मोदी से बातचीत के बाद फैसला करूंगा।
जेडीएस सुप्रीमो देवेगौड़ा ने कहा कि मैंने यह फैसला पार्टी के अस्तित्व को बचाने के लिए किया है। उन्होंने विपक्षी पार्टियों के इंडिया गठबंधन के बारे में कहा कि मैं इतना बड़ा सेक्युलर नेता हूं, फिर भी मुझसे गठबंधन का हिस्सा बनने के लिए कांग्रेस ने संपर्क तक नहीं किया।
4 दिन पहले बीएस येदियुरप्पा ने गठबंधन का दावा किया था
8 सितंबर को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा था-जेडीएस लोकसभा चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ेगी। गृहमंत्री अमित शाह (जेडीएस) को लोकसभा की 4 सीटें देने पर सहमत हो गए हैं। हालांकि, पहले जेडीएस कर्नाटक की 28 सीटों में से पांच सीटें मांग रही थी।
कुमारस्वामी बोले-यह येदियुरप्पा की निजी प्रतिक्रिया
अगले ही दिन यानी 9 सितंबर को पूर्व मुख्यमंत्री और JDS नेता एचडी कुमारस्वामी ने भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा के साथ आने वाले बयान को नकार दिया। उन्होंने कहा- यह येदियुरप्पा की निजी प्रतिक्रिया है। अभी तक दोनों दलों में सीट शेयरिंग के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है। हम 2 या 3 बार मिले हैं, लेकिन अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। कुमारस्वामी ने गठबंधन को लेकर भी अपना रुख साफ किया। उन्होंने कहा कि हम साथ आ रहे रहे हैं या नहीं, बाद में देखते हैं, लेकिन राज्य के लोगों को हमारे (दोनों दल) साथ आने की जरूरत है क्योंकि कांग्रेस राज्य को लूट रही है। उन्हें विकल्प की जरूरत है। मैंने 2006 में भाजपा से हाथ मिलाया था। मेरे 20 महीने के काम के कारण राज्य में एक अच्छी छवि (गुडविल) बनी हुई है।