
0 पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप का कमांडो रह चुका
0 सेना ने ऑपरेशन महादेव में मार गिराया
श्रीनगर। भारतीय सेना ने सोमवार को ऑपरेशन महादेव के तहत श्रीनगर के लिडवास इलाके में छिपे 3 पाकिस्तानी आतंकियों को ढेर कर दिया। चिनार कॉर्प्स ने एक्स पर इसकी जानकारी दी। मारे गए आतंकियों में पहलगाम हमले का मुख्य आरोपी हाशिम मूसा भी शामिल है।
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के दाचीगाम इलाके की ओर बढ़ने की सूचना मिलने के बाद सुरक्षा बलों की संयुक्त टीमों ने इलाके में तलाश अभियान शुरू किया। सेना ने इसे ‘ऑपरेशन महादेव’ नाम दिया था। अभियान के दौरान सुरक्षा बलों की आतंकवादियों के साथ भीषण मुठभेड़ शुरू हो गयी। दोनों पक्षों के बीच चली गोलीबारी में तीन आतंकवादी ढेर हो गये। उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकवादियों में से एक लश्कर-ए-तैयबा का पाकिस्तानी आतंकवादी सुलेमान शाह उर्फ हाशिम मूसा है, जो गत 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले का कथित मास्टरमाइंड था। पहलगाम हमले में एक स्थानीय निवासी और 25 पर्यटक मारे गए थे और भारत तथा पाकिस्तान एक पूर्ण युद्ध के कगार पर पहुंच गए थे। पहलगाम हमले के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सुलेमान और दो अन्य के बारे में जानकारी देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।
सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान एक एम4 और एके-47 राइफल, ग्रेनेड और अन्य हथियार और गोला-बारुद भी बरामद किया है।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक सेना के अधिकारियों ने इसकी पुष्टि कर दी है कि मारा गया आतंकी हासिम मूसा ही था। आर्मी प्रवक्ता ने बताया कि आतंकियों की पहचान करने की कोशिश जारी है। हालांकि बाकी दो में से एक आतंकी के 2024 के सोनमर्ग सुरंग प्रोजेक्ट पर हुए हमले में शामिल होने की बात कही जा रही है। आतंकियों के पास से अमेरिकी एम4 कार्बाइन, एके-47, 17 राइफल और ग्रेनेड मिले हैं। कुछ और संदिग्ध सामान भी बरामद हुआ है। सेना मंगलवार को ऑपरेशन महादेव पर जानकारी दे सकती है।
सेना के मुताबिक, सुबह 11 बजे खुफिया जानकारी मिलने के बाद लिडवास में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस दौरान दूर से दो बार फायरिंग की आवाज सुनी गई थी। इलाके में सुरक्षाबलों की तैनाती बढ़ा दी गई है।
तकनीकी संकेत मिलते ही अचानक हमला किया
पहलगाम हमले के आतंकवादियों ने जिन उपकरणों का इस्तेमाल किया था, उस से मिलते-जुलते एक तकनीकी संकेत के बाद हरवान के जंगलों में अभियान शुरू किया।लगभग 11:30 बजे 24 राष्ट्रीय राइफल्स और 4 पैरा यूनिट के जवानों की एक टुकड़ी ने तीन आतंकवादियों का पता लगाया और उन पर अचानक हमला कर दिया।
पहलगाम हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी
22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी और 16 लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। आतंकियों ने पर्यटकों को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर चुन-चुनकर निशाना बनाया था। घटना पहलगाम शहर से 6 किलोमीटर दूर बायसरन घाटी में हुई थी।
जांच में तीन आतंकियों के नाम सामने आए थे
हमले के बाद हुई जांच में तीन आतंकियों के नाम सामने आए थे। 24 अप्रैल को अनंतनाग पुलिस ने 3 स्केच जारी किए। इसमें तीन आतंकियों के नाम थे, अनंतनाग का आदिल हुसैन ठोकर, हाशिम मूसा उर्फ सुलेमान और अली उर्फ तल्हा भाई। मूसा और अली पाकिस्तानी हैं। मूसा पाकिस्तान के स्पेशल सर्विस ग्रुप में कमांडो रह चुका है। इन पर 20-20 लाख रुपए का इनाम भी रखा गया है। फिलहाल यह साफ नहीं हुआ है कि एनआईए ने जिन दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था, उन्होंने इन्हीं तीन आतंकियों के नाम उजागर किए या किन्हीं और आतंकियों के।

