0 बोले- बाहर फेंकने की जरूरत, सहयोगी दल एआईडीएमके को कूड़े का ढेर कहा
चेन्नई। सनातन धर्म पर विवादित कमेंट करने के बाद तमिलनाडु सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने विरोधी पार्टियों पर निशाना साधा है। उदयनिधि ने भाजपा की तुलना जहरीले सांप से की। साथ ही उनके सहयोगी दल एआईडीएमके को कूड़े का ढेर कहा।
उदयनिधि रविवार को कुड्डालोर जिले के नेवेली में डीएमके विधायक सभा राजेंद्रन की पारिवारिक शादी में शामिल हुए थे। यहां उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि कचरे में से सांप हमारे घर में घुस जाता है। अगर हमें सांप को खत्म करना है, तो हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई कचरा न हो। 2024 चुनाव में तमिलनाडु से भाजपा और एआईडीएमके को बाहर कर देना चाहिए।
उदयनिधि ने सनातन की तुलना डेंगू-मलेरिया से की थी
सनातन धर्म विवाद पर उदयनिधि ने कहा कि वह भविष्य में भी इसके खिलाफ बोलते रहेंगे। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में पिछले 100 सालों से सनातन धर्म के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं। हम अगले 200 सालों तक भी इसके खिलाफ बोलना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि सनातन पर उनकी टिप्पणी नई नहीं है। उदयनिधि ने कहा, अतीत में कई मौकों पर, बी आर अंबेडकर, पेरियार (डीके संस्थापक ईवी रामासामी) और एम करुणानिधि (पूर्व डीएमके संरक्षक) ने इसके बारे में बात की थी।
सनातन धर्म के विरोध के चलते महिलाएं घर से निकल पाईं
उदयनिधि ने आगे कहा कि सनातन धर्म के कड़े विरोध के कारण ही महिलाएँ घर से बाहर निकल सकीं और सती जैसी सामाजिक कुरीतियाँ समाप्त हुईं। उन्होंने कहा, वास्तव में, द्रमुक की स्थापना ही उन सिद्धांतों पर हुई थी जो ऐसी सामाजिक बुराइयों का विरोध करते हैं। नरसंहार वाले आरोप का जवाब देते हुए उदयनिधि ने कहा कि भाजपा ने मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया और कुछ ऐसा फैलाया जो मैंने कभी नहीं कहा था।
सनातन बयान पर उदयनिधि ने दी थी सफाई
तमिलनाडु सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने चेन्नई में 2 सितंबर को एक कार्यक्रम में सनातन धर्म के खिलाफ बयान दिया था। 4 दिन बाद 7 सितंबर को उन्होंने पहली बार सफाई दी। उन्होंने कहा कि मैं किसी भी धर्म का दुश्मन नहीं हूं। मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया। मैं हिंदू धर्म नहीं सनातन प्रथा के खिलाफ हूं।
इसी के साथ उदयनिधि के पिता एमके स्टालिन ने भी उसी दिन बेटे का बचाव किया। स्टालिन ने सोशल मीडिया पर बयान पोस्ट किया कि भाजपा ने झूठी कहानी फैलाई है। पीएम ने भी बिना सच जाने इस पर कमेंट किया। दरअसल, बुधवार 6 सितंबर को मंत्रिपरिषद की एक बैठक में पीएम ने सभी मंत्रियों को सनातन विवाद पर सख्त जवाब देने की बात कही थी।