0 भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज ने कहा-राहुल गांधी को राजनीति की समझ नहीं
रायपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में राहुल गांधी प्रदेश सरकार के आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे। वो आवास योजना की शुरूआत कर रहे हैं। इसे लेकर भाजपा हमलावर है। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडे ने राहुल गांधी को लेकर बड़े बयान दिए। रायपुर के भाजपा कार्यालय में मीडिया के सामने उन्होंने कांग्रेस सरकार की नई आवास योजना को भी छलावा बताया।
सरोज पांडे ने राहुल गांधी के दौरे पर कहा कि वह नेता जो भारतीय राजनीति काे कम समझते हैं, भारत की राजनीति को सीख रहे हैं। फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं उन्हें यहां बुलाया गया है। कभी वह कुली बन जाते हैं कभी वह मैकेनिक बन जाते हैं।
सरोज पांडेय ने कहा कि कुछ समझ में नहीं आता कि वो बनना क्या चाहते हैं। उम्र के इस दौर में जो आदमी यह तय नहीं कर पाता कि उसे क्या बनना है। अब तो अधेड़ के बाद आदमी की परिपक्वता दिखाई देनी चाहिए। आज वह मुख्यमंत्री आवास योजना का उद्घाटन करने आए हैं, यह दुर्भाग्य जनक है छत्तीसगढ़ के लिए।
कांग्रेस ने जानबूझकर लोगों को आवास नहीं दिए
मीडिया से चर्चा में सरोज पांडे ने डिप्टी सीएम सिंहदेव के इस्तीफे का जिक्र करते हुए कहा कि जब उन्होंने पंचायत विभाग के मंत्री का पद छोड़ा तो पत्र में लिखा था कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा। तब कांग्रेस के लोगों ने ये कहा कि उसमें प्रधानमंत्री शब्द है, इसलिए पूरा पैसा केंद्र सरकार को देना चाहिए और यह कहकर योजना का लाभ लेने से छत्तीसगढ़ की गरीब जनता को कांग्रेस ने जानबूझकर वंचित रखा। भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और सांसद पांडे ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत राहुल गांधी को यहां बुलाया है। मुख्यमंत्री आवास योजना नाम है, उसमें मुख्यमंत्री का नाम है। मगर प्रधानमंत्री पद के नाम की वजह से छत्तीसगढ़ के 16 लाख से ज्यादा लोगों को छत्तीसगढ़ सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ लेने नहीं दिया। इस तरह राज्य सरकार ने जनता के साथ विश्वासघात किया, यह हमारा आरोप है।
इसलिए कांग्रेस लाई आवास योजना
सरोज पांडे ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में राज्य के हिस्से का पैसा न दिए जाने की वजह से जब योजना वापस हुई और इस मुद्दे को लेकर भारतीय जनता पार्टी जनता के बीच जाने लगी तो पूरी कांग्रेस सरकार कहीं ना कहीं इस विषय से घबराने लगी। मुख्यमंत्री आवास योजना इन्हें लागू करने की जरूरत इसलिए पड़ी कि जिस प्रकार से भारतीय जनता पार्टी ने जनता के हक की लड़ाई सड़कों पर लड़ने की शुरुआत की और इस लड़ाई में जब वह सफल होने लगे जनता साथ जुड़ने लगी तो ये योजना आई। दो महीने बाद चुनाव है। इस योजना के बाद भी लोगों को घर मिल नहीं पाएंगे। यह योजना फिर से एक छलावा और झूठ साबित होगी।