0 कहा-मुझ पर लोगों को जेल भेजने का आरोप, देश का माल चोरी करेंगे तो जगह कहां होगी
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 सितंबर को भारत मंडपम में जी20 यूनिवर्सिटी कनेक्ट प्रोग्राम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हमने इतने बड़े इवेंट जी20 का सफल आयोजन किया। मैं बिल्कुल हैरान नहीं हूं, क्योंकि जिस कार्यक्रम को सफल बनाने की जिम्मेदारी यूथ उठा लेता है, उसका सफल होना तय हो जाता है। आप लोगों की वजह से भारत हैपनिंग प्लेस बन गया है।
प्रधानमंत्री ने ये भी कहा कि मुझ पर लोगों को जेल में डालने का आरोप है। आप बताएं जो देश का माल चोरी करेंगे तो जगह कहां होनी चाहिए। यह प्रोग्राम यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) की तरफ से आयोजित किया गया। इसमें आईआईटी, आईआईएम, एनआईटी और मेडिकल कॉलेज जैसे कई संस्थानों ने हिस्सा लिया। इसमें देशभर की यूनिवर्सिटी के लाखों छात्र एक-दूसरे से कनेक्ट हुए।
पिछले 30 दिन के काम का रिपोर्ट कार्ड दिया
मैं आपको पिछले 30 दिन का रिकैप देना चाहता हूं। इससे आपको नए भारत की स्पीड और स्केल दोनों का पता चलेगा। 23 अगस्त को हर कोई प्रार्थना कर रहा था कि सब ठीक रहे, कुछ गड़बड़ न हो। फिर हर किसी का चेहरा खिल गया। चंद्रयान-3 के चांद पर पहुंचने के साथ ही 23 अगस्त का दिन नेशनल स्पेस डे के नाम से अंकित हो गया।
पिछले 30 दिनों में भारत की डिप्लोमेसी नई ऊंचाई पर पहुंची है। ब्रिक्स कमेटी में भारत के प्रयास से 6 नए देश शामिल हुए। फिर मैं ग्रीस गया। जी20 समिट से पहले इंडोनेशिया में मैंने आसियान और ईस्ट एशिया समिट में शिरकत की। फिर हमने जी20 समिट आयोजित की। इतना बड़ा इवेंट आयोजित करना छोटी बात नहीं है। आप पिकनिक प्लान करते हैं तो भी समझ नहीं आता कि कहां जाए।
जी20 समिट में ही हमने इंडिया मिडिल ईस्ट कॉरिडोर बनाने का फैसला लिया। पिछले 30 दिनों में 85 देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की। यह करीब आधी दुनिया है। जब नए-नए देश भारत से जुड़ते हैं तो हमें नए साथी मिलते हैं, नया मार्केट मिलता है, इस सबका फायदा हमारे देश को मिलता है। जी20 समिट के बाद सऊदी अरब की स्टेट विजिट शुरू हो गई।
इन्हीं 30 दिनों में विश्वकर्मा योजना लॉन्च की। इससे 18 पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े लोगों का फायदा होगा। पिछले हफ्ते ही संसद से महिला आरक्षण बिल पास हुआ है। एक दिन में 9 वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई, पहली बार देश में इतनी ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई गई।
अमृत काल को लेकर
इस कार्यक्रम में जी20 के लिए अपने यूथ की सराहना करता हूं। आज भारत अपने अमृत काल में है, यह आप जैसे लोगों के लिए अमृत पीढ़ी काल है। हम देश की आजादी के 100 साल पूरे करने जा रहे हैं। 2047 तक का समय वही समय है, जिसमें युवा अपने भविष्य का निर्माण करेगा।
भारत की तरक्की पर
अगले 25 साल जितने आपके भविष्य के लिए अहम हैं, उतना देश के भविष्य के लिए भी है। दुनिया में ऐसा समय ना पहले कभी आया था, ना भविष्य में आने का मौका मिलेगा। हम दुनिया की सबसे तेज बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। रिकॉर्ड कम समय में हम 10वें नंबर की अर्थव्यवस्था से 5वीं अर्थव्यवस्था बन गए। दुनिया का भारत पर भरोसा है, निवेश रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। निर्यात, मैन्युफैक्चरिंग में कई रिकॉर्ड बने हैं। साढ़े 13 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं।
स्वच्छता और यूपीआई के लिए
मैं आपसे देश के लिए कुछ मांग रहा हूं। स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाने में आपका योगदान रहा है। यह एक दिन का काम नहीं है, यह चलता रहना चाहिए। 2 अक्टूबर को बापू की जयंती से पहले 1 अक्टूबर को बड़ा प्रोग्राम होगा, इसमें शामिल होइए। आप कोई एरिया तय करके उसे क्लीन करिए। दूसरी मांग यूपीआई से जुड़ी है। आपने इसे तेजी से अपनाया है, अब इसे नई दिशा देने का दायित्व आप लोगों को उठाना होगा। वादा करिए, एक हफ्ते में सात लोगों को यूपीआई का इस्तेमाल करना सिखाएंगे।
लोकल के लिए वोकल बनिए
परिवार के लोगों के साथ मिलकर एक लिस्ट बनाइए। आप घर में 24 घंटे में जिन चीजों का उपयोग करते हैं, उसमें कितनी हमारे देश की हैं और कितनी बाहर की हैं। आपको पता भी नहीं होगा कि आपके जेब में जो कंघी है, वो भी विदेशी है। देश को बचाने के लिए यह बहुत जरूरी है। कुछ चीजें हैं, जो हमें चाहिए वो हमारे देश में नहीं है। हमारे कैंपस भी वोकल फॉर लोकल के सेंटर हो सकते हैं। कैंपस में हम खादी से जुड़े फैशन शो, प्रदर्शनी कर सकते हैं। यह भारत को विकसित बनाने का तरीका है।
देश के लिए संकल्प लें
हम वो लोग हैं, जिन्हें देश के लिए मरने का मौका नहीं मिला, जो भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद को मिला। लेकिन हमें भारत के लिए जीने का मौका मिला। आज से 100 साल पहले देखिए, 1922-23 की कल्पना कीजिए। तब के नौजवान ने देश को आजाद कराने के लिए ठान लिया था। किताबें अलमारी में रख दीं, और आंदोलन शुरू कर दिया। अगर उन 25 सालों के संषर्घ ने देश को स्वराज दिया तो आप हमारे साथ चल पड़े 25 साल में हम समृद्ध बन जाएंगे। 2047 में हम विकसित भारत होंगे।
यूथ से साथ मांगा
मैं जो आज मेहनत कर रहा हूं, कल आपको लेकर मेहनत करने वाला हूं, वो आपको कहां से कहां ले जाएगा। आपके सपने साकार होंगे। मैं भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बढ़ी अर्थव्यवस्था बना के रहूंगा। मैं आपका साथ मांगता हूं, आपका सहयोग चाहता हूं, मां भारती के लिए, 140 करोड़ लोगों के लिए।