0 भाजपा-कांग्रेस को टक्कर देने की तैयारी
रायपुर। जेसीसीजे के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी कटघोरा से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि आधिकारिक तौर पर उन्हें अब तक प्रत्याशी घोषित नहीं किया गया है। पार्टी सूत्रों की माने तो जल्द ही इसका ऐलान जनता जोगी कांग्रेस की मुखिया रेणु जोगी कर सकती हैं।
अमित जोगी और उनकी टीम कटघोरा में अपनी सियासी जमीन मजबूत करने के काम पर लग चुकी है। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा को टक्कर देने अमित जोगी खुद चुनावी मैदान में होंगे। इससे पहले अमित जोगी के मनेंद्रगढ़ से भी चुनाव लड़ने की चर्चा रही है।
करीबियों को भी भनक नहीं
अमित जोगी ने इस विधानसभा चुनाव में अपनी प्लानिंग को गुप्त रखा है। अपने चुनाव लड़ने की बात को जोगी ने अपने कई करीबियों को भी नहीं बताया है। जोगी लगातार बिलासपुर, कोरबा का दौरा कर रहे हैं। लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। प्रत्याशियों की बैठकें ले रहे हैं।
पहली सूची जारी कर चुकी है जनता कांग्रेस
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ने अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। विधानसभा चुनाव 2023 के लिए पार्टी ने 16 प्रत्याशियों की सूची जारी की है। संगठन ने इसे पहली सूची बताया है। पहले चरण के मतदान को ध्यान में रखकर पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, राजनांदगांव, बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट और दंतेवाड़ा जैसी 16 सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए गए हैं। 24 घंटे पहले आम आदमी पार्टी छोड़कर जनता कांग्रेस में शामिल हुए कोंडागांव के शंकर नेताम को जनता कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया है। शंकर अब तक आम आदमी पार्टी में कोंडागांव जिले के अध्यक्ष के रूप में काम कर रहे थे। इसी के साथ अमित जोगी की यह टीम चुनावी मैदान में भाजपा और कांग्रेस के सामने आ चुकी है।
कटघोरा कांग्रेस का गढ़
कटघोरा से लगातार 7 बार चुनाव जीतने का रिकॉर्ड कांग्रेस प्रत्याशी बोधराम कंवर के नाम रहा है। पिछली बार 2018 के चुनाव में बोधराम के बेटे पुरुषोत्तम कंवर को कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया। इस वक्त पुरुषोत्तम ही विधायक हैं। 2018 में जनता कांग्रेस के प्रत्याशी गोविंद सिंह राजपूत को 30 हजार 509 वोट मिले थे। गोविंद तीसरे नंबर पर रहे। भाजपा के लखन को 47 हजार 716 वोट मिले। कांग्रेस को यहां 59 हजार 227 वोट मिले थे। साफ है कि यहां से अमित जोगी के लिए जीतना आसान नहीं होगा।
90 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी
इससे पहले दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में अमित जोगी कह चुके हैं- कुछ लोगों को लगता है कि मेरे पिता के स्वर्गवास होने के बाद हमारी पार्टी अनाथ हो गई है। लेकिन, मुझे पिता की एक बात हमेशा याद रहती है। उन्होंने कहा था कि जिसके सिर के ऊपर छत्तीसगढ़ की गरीबों, किसानों और माताओं का हाथ है वो कभी अनाथ नहीं हो सकता। हमारी ताकत प्रदेश की जनता है। हम जनता के बीच जा रहे हैं। चुनाव में सभी 90 सीटों पर हम चुनाव लड़ेंगे।