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0 48 घंटे ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा
उत्तरकाशी/ऋषिकेश। उत्तरकाशी के सिल्क्यारा टनल से निकाले गए सभी 41 मजदूरों को चिन्यालीसौड़ से ऋषिकेश शिफ्ट किया गया है। बुधवार दोपहर में इंडियन एयरफोर्स का चिनूक हेलिकॉप्टर​​​​​​ मजदूरों को लेकर ऋषिकेश​​​​​​ पहुंचा। यहां एम्स में सभी का मेडिकल चेकअप हुआ। उन्हें यहां 48 घंटे तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा।

एम्स की सीईओ प्रोफेसर मीनू सिंह ने कहा कि सभी मजदूरों का हमने ईसीजी कराया है। सभी स्वस्थ हैं। उनका ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन लेबल भी सही है। टनल से रेस्क्यू के बाद मजदूरों को चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों और मेडिकल एक्सपर्ट्स की देखरेख में रखा गया था। यहां रात भर इन्होंने आराम किया।

उत्तरकाशी के सीएमओ आरसीएस पवार ने आज सुबह बताया कि सारे मजदूर स्वस्थ हैं। उन्हें देर रात और सुबह नॉर्मल डाइट दी गई। उनकी मेंटल हेल्थ की काउंसलिंग भी की गई है।

मजदूरों की पीएम मोदी से बात हुई, शेयर किए 17 दिन के अनुभव
पीएम मोदी ने नवयुवा इंजीनियर कंपनी लिमिटेड के सबाह अहमद से पहले बातचीत की। पीएम नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड के सिलक्यारा सुरंग से सुरक्षित निकाले गए सभी 41 मजदूरों का हाल-चाल जाना। उन्होंने मंगलवार को फोन पर मजदूरों से घंटों बातचीत की और उनका कुशलक्षेम जाना। पीएम ने कहा कि 17 दिन कम नहीं होते। आप लोगों ने बड़ी हिम्मत दिखाई। एक दूसरे का हौसला और धैर्य बनाए रखा। मैं लगातार जानकारी लेता रहता था। सीएम पुष्कर सिंह धामी के संपर्क में था। बातचीत के दौरान पीएम मोदी और मजदूरों को सबसे पहले बधाई दी कि 17 दिनों के बाद सभी 41 मजदूर सुरक्षित सुंरग से बाहर निकल सके। पीएम मोदी ने बातचीत की शुरुआत में कहा कि हम सबपर केदरनाथ बाबा और बद्रीनाथ भगवान की कृपा रही कि सभी मजदूर सही सलामत सुरंग से बाहर निकल सके। आप लोगों ने (मजदूर) ने सुरंग में मौजूद एक-दूसरे लोगों का हौसला बनाए रखा। यह एक बड़ी बात है।

सबाह ने कहा कि सर, हमें कभी एहसास नहीं हुआ कि हम कमजोर पड़ रहे हैं। कभी घबराहट नहीं हुई। सभी मजदूर अलग-अलग राज्यों से थे, लेकिन हम भाई जैसे रहते थे। खाना आता था तो सभी मिलजुल कर खाते थे।

मजदूरों ने कहा- हम लोग सुरंग में भाई की तरह रहते थे
शबा अहमद ने सुरंग में बिताए 17 दिनों के अनुभव साझा करते हुए पीएम मोदी  से कहा कि सर हम लोग तकरीबन 18 दिनों तक सुरंग में फंसे रहे, लेकिन हम लोगों को कभी घबराहट नहीं हुई। हम 41 लोग सुरंग में फंसे थे। सभी अलग-अलग जिले से ताल्लुक रखते थे। हम लोग सुरंग में भाई की तरह रहते थे। सुरंग में सब एक दूसरे की मदद करते थे। 

सुरंग में मजदूर योगाभ्यास करते थे
शबा ने आगे कहा कि खाना आता था तो मिल-बांट कर हम सभी खाते थे। रात में खाना खाने के बाद जितने भी आदमी थे, सभी पैदल टहलते थे। सुरंग में 2.5 किलोमीटर था। वही, सुबह हम सभी मजदूर योगाभ्यास करते थे।

मजदूरों ने सीएम धामी को धन्यवाद कहा
उन्होंने आगे कहा कि मैं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह को धन्यवाद कहना चाहता हूं। दोनों हमेशा मजदूरों से संपर्क में रहे। लगातार हमारा हाल-चाल पूछते थे। जब हम सुरंग से बाहर निकले तो धामी साहब ने हमें गले लगाया। इसपर पीएम मोदी ने कहा कि हां वीके साहब भी पूरा दिन वहां रहे और जनरल की तरह की पूरे अनुशासन के साथ बिल्कुल सेना के एक जवान की तरह वहां मौजूद थे।

 

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