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0 पहली बार के विधायक हैं शर्मा

जयपुर। विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के नौ दिन बाद मंगलवार को राजस्थान के नए मुख्यमंत्री का ऐलान हो गया। सांगानेर से विधायक भजनलाल शर्मा को विधायक दल का नेता चुना गया है। प्रदेश कार्यालय में हुई विधायक दल की बैठक में भाजपा हाईकमान द्वारा तय किए गए नाम का ऐलान किया गया और उस नाम पर सभी की सहमति बन गई। इसके साथ ही दीया कुमारी और प्रेमचंद बैरवा उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी विधानसभा स्पीकर होंगे।
सूत्रों के मुताबिक नए मुख्यमंत्री के नाम का प्रस्ताव पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने ही रखा। भजनलाल शर्मा संघ पृष्ठभूमि से आते हैं। वे मूलत: भरतपुर के रहने वाले हैं। वे प्रदेश महामंत्री के पद पर भी थे। विधायकों की ग्रुप फोटो में भजनलाल शर्मा चौथी लाइन में बैठे थे। 15 दिसंबर को नई सरकार का शपथ ग्रहण हो सकता है।

भाजपा ने तीनों बड़े पद जयपुर को ही दिए हैं। भजनलाल शर्मा जयपुर की सांगानेर सीट से विधायक हैं। दीया कुमारी जयपुर की विद्याधर नगर सीट से जीती हैं तो प्रेमचंद बैरवा जयपुर जिले की दूदू सीट से विधायक हैं।

बैठक से पहले राजनाथ सिंह ने भाजपा के सभी वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की। जानकारी के मुताबिक राजनाथ सिंह ने वसुंधरा राजे को बैठक से पहले ही नए मुख्यमंत्री का नाम प्रस्तावित करने के लिए मना लिया था। भजनलाल शर्मा के नाम का ऐलान करने के बाद भाजपा नेता सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए राजभवन पहुंचे हैं।

सबके सहयोग से विकास करेंगेः शर्मा
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद भजनलाल शर्मा ने कहा कि भाजपा के सभी नेताओं के साथ मिलकर राजस्थान का सर्वांगीण विकास करेंगे। भजनलाल शर्मा को सांगानेर से विधायक अशोक लाहोटी का टिकट काटकर उतारा गया था।

चौथी पंक्ति में बैठे थे भजनलाल शर्मा
प्रदेश मुख्यालय में बैठक से पहले राजनाथ के साथ सभी विधायकों का ग्रुप फोटो सेशन हुआ है। फोटो सेशन के दौरान वसुंधरा राजे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बिल्कुल बगल में बैठे थे। वहीं भजनलाल शर्मा चौथी पंक्ति में बैठे थे। दीया कुमारी दूसरी पंक्ति में थीं।

राजनाथ ने वसुंधरा से की वन-टु-वन बातचीत
राजनाथ सिंह नए मुख्यमंत्री का नाम लेकर आए। बैठक से पहले उन्हाेंने होटल में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से वन-टु-वन बातचीत की। दोनों के बीच करीब 10 मिनट तक बातचीत चली। इसके बाद सभी नेताओं के बीच भी कुछ देर चर्चा हुई। सूत्राें के मुताबिक राजनाथ सिंह ने होटल में ही वसुंधरा को बता दिया था कि उन्हें राजस्थान का नया मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा रहा है, हालांकि नए सीएम का नाम की जानकारी उन्हें विधायक दल की बैठक से ऐन पहले ही दी गई।

ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड
भाजपा ने मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री के चयन के जरिए ब्राह्मण, राजपूत और दलित कार्ड खेला है। ब्राह्मण को मुख्यमंत्री और राजपूत को उप मुख्यमंत्री बनाकर सामान्य वर्ग में भी भाजपा ने एक बड़ा मैसेज दिया है। वहीं प्रेमचंद बैरवा को उप मुख्यमंत्री बनाकर दलित कार्ड भी खेला है।

33 साल बाद ब्राह्मण सीएम
राजस्थान में 33 साल बाद ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया गया है। इससे पहले कांग्रेस से हरिदेव जोशी राजस्थान के तीन बार सीएम रहे हैं। सबसे पहले वे सन 1973 से 1977 तक, फिर 1985 से 1988 तक और फिर 1989 से 1990 तक सीएम रहे।

 

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