0 पीएससी प्रकरण की जांच के साथ ही सभी प्रमुख परीक्षाओं की प्रक्रिया यूपीएसससी की तर्ज पर करने सरकार प्रतिबद्ध
0 अनुपूरक बजट और अभिभाषण पर चर्चा कल
रायपुर। छत्तीसगढ़ की छठी विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन बुधवार को राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन का अभिभाषण हुआ। राज्यपाल ने नए विधायकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आज के दौर में ये जरूरी है कि पक्ष और विपक्ष आपसी समन्वय के साथ मिलकर प्रदेश की बेहतरी के लिए काम करें और लोकतंत्र के लिए आदर्श प्रस्तुत करें, ताकि लोगों के बीच विधायिका का विश्वास बढ़े। उन्होंने नए विधायकों से संसदीय परंपरा के अनुरूप जिम्मेदारी के निर्वहन की अपील की। राज्यपाल के अभिभाषण और द्वितीय अनुपूरक बजट पर चर्चा के लिए गुरुवार का दिन निर्धारित किया गया है। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सदन पटल पर दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया।
राज्यपाल ने पीएससी-22 के संदर्भ में अपने अभिभाषण में उल्लेख करते हुए कहा कि पीएससी को पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से नियुक्ति की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएससी मामले में आई शिकायतों की जांच कराई जाएगी। साथ ही सभी प्रमुख परीक्षाओं की प्रक्रिया यूपीएसससी की तर्ज पर सुव्यवस्थित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायकों को बधाई देते हुए राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि सरकार अपनी योजनाओं को पूरा करने गुड गवर्नेंस को लागू कर अपने वादों को पूरा करने प्रतिबद्ध है। राज्यपाल ने कहा कि मंत्रिमंडल की पहली बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लंबित 18 लाख घरों के निर्माण का निर्णय लेने का वादा प्रदेश की जनता से किया था। मुझे खुशी है कि यह वादा निभाने का निर्णय ले लिया गया है। इस प्रकार मेरी सरकार अपने कामकाज की बहुत ठोस शुरुआत कर दी है। राज्यपाल ने कहा कि मेरी सरकार चुनाव के दौरान किए गए विभिन्न वादों को पूरा करने की दिशा में समुचित कदम उठाएगी। धान खरीदी के 2 वर्षों के लंबित बोनस का भुगतान, कृषि उन्नति योजना, दीनदयाल उपाध्याय कृषि मजदूर कल्याण योजना, महतारी वंदन योजना, घर-घर निर्मल जल योजना, रानी दुर्गावती योजना, तेंदूपत्ता संग्रहण दर 5 हजार 500 रुपये प्रतिमानक बोरा करने, 4 हजार 500 रुपये बोनस, चरण पादुका और अन्य सुविधाएं पुन: प्रारंभ करने जैसे चुनाव घोषणा पत्र के मुद्दों व निर्णय की समयबद्ध् प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
मेरी सरकार पर महिलाओं और युवाओं ने अटूट विश्वास व्यक्त किया है। विश्वास के इस सिलसिले को और आगे बढ़ाने के लिए महिलाओं और युवाओं का सशक्तीकरण मेरी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। इसी क्रम में रिक्त शासकीय पदों पर समयबद्ध एवं परदर्शिता से भर्ती, पीएससी प्रकरण की जांच, सभी प्रमुख परीक्षाओं की प्रक्रिया यूपीएसससी की तर्ज पर सुव्यवस्थित करने, छात्र-छात्राओं के लिए मासिक ट्रेवल एलाउंस, हर संभाग में एम्स की तर्ज पर छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, हर लोकसभा क्षेत्र में आईआईटी की तर्ज पर छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के निमार्ण की दिशा में सकारात्मक कदम उठाने के लिए मेरी सरकार प्रतिबद्ध् है।
राज्यपाल ने कहा कि लोकतंत्र के इस पावन मंदिर में नवनिर्वाचित विधानसभा सदस्य के रूप में आपका अभिवादन करता हूं। साथ ही हमारे देश के महान संविधान, संवैधानिक-लोकतांत्रिक मूल्यों तथा आदर्श परंपराओं के प्रति अपना आदर भाव व्यक्त करता हूं, जिनके कारण आज इस सदन में आपको सम्बोधित करने का अवसर प्राप्त हुआ है। शपथ विधि के पश्चात छठवीं विधानसभा के माननीय सदस्यों के रूप में आपका कार्यकाल प्रारंभ हो गया है। आपके सार्थक, सफल और लोकहितकारी कार्यकाल के लिए अनंत शुभकामनाएं प्रेषित करता हूं।
राज्यपाल ने कहा कि मैं भारत निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ और उन हजारों अधिकारियों-कर्मचारियों को साधुवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया को बहुत अच्छी तरह से संपन्न कराने में अपना अमूल्य योगदान दिया।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जनता का मनोबल मजबूत हुआ है
बहुत से नक्सलवाद प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के अच्छे आंकडे यह साबित करते हैं कि अपने लोकतंत्र की रक्षा के लिए ग्रामीण और वन अंचल में रहने वाली जनता का मनोबल मजबूत हुआ है। मैं चाहूंगा कि मेरी सरकार के जनहितकारी कार्यों से उनका विश्वास लगातार मजबूत हो। आप सभी ने जनता और मतदाताओं का विश्वास जीतकर इस सदन में स्थान अर्जित किया है। मुझे पूरा विश्वास है कि जनता की आकांक्षाओं और उम्मीदों को पूरा करने के लिए आप जी-जान से जुट जाएंगे। अपने मतदाताओं से किए हुए वायदे निभाने के साथ ही छत्तीसगढ़ के समग्र विकास के लिए समुचित कदम उठाने की बहुत ही संवेदनशील जिम्मेदारी आप सभी के ऊपर रहेगी। प्रदेश के सभी क्षेत्रों और सभी व्यक्तियों के लिए समृद्धि और खुशहाली के रास्ते बनाना, शांति और सद्भाव के साथ सबके जीवन स्तर उन्नयन के लिए कार्य करना, सभी को संविधानसम्मत अधिकार दिलाना और प्रदेश को देश के अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करना जैसे लक्ष्य मेरी सरकार के सामने हैं।
सामाजिक आर्थिक विकास के लिए विशेष सहायता की आवश्यकता
प्रदेश में अभी भी ऐसे अनेक वर्गों के लोग हैं, जिन्हें सामाजिक आर्थिक विकास के लिए विशेष सहायता की आवश्यकता है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, महिला, युवा, किसानों, वन आश्रितों, ग्रामीणों और परंपरागत व्यवसाय से जुड़े लोगों के लिए विशेष संवेदनशीलता अपेक्षित है, ऐसे सभी वर्ग मेरी सरकार की प्राथमिकता में रहेंगे।
सुशासन का नया दौर प्रारंभ करने के लिए सरकार संकल्पबद्ध
छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता भारतरत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तथा वर्तमान प्रधानमंत्री माननीय नरेन्द्र मोदी जी के आदर्शों और सिद्धांतों के अनुसार छत्तीसगढ़ में सुशासन का नया दौर प्रारंभ करने के लिए मेरी सरकार संकल्पबद्ध है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मेरी सरकार जनता से किए गए वायदे पूरे करने के लिए समुचित उपाय करेगी। मेरी सरकार चुनाव के दौरान किए गए विभिन्न वायदों को पूरा करने की दिशा में समुचित कदम उठाएगी। धान खरीदी के 2 वर्षों के लंबित बोनस का भुगतान, कृषक उन्नति योजना, दीनदयाल उपाध्याय कृषि मजदूर कल्याण योजना, महतारी वंदन योजना, घर-घर निर्मल जल अभियान, रानी दुर्गावती योजना, तेन्दूपत्ता संग्रहण दर 5 हजार 500 रुपए प्रतिमानक बोरा करने, 4 हजार 500 रुपए तक बोनस, चरण पादुका एवं अन्य सुविधाएं पुनः प्रारंभ करने जैसे चुनाव घोषणा पत्र के मुद्दों पर परीक्षण व निर्णय की समयबद्ध प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
महिलाओं और युवाओं का सशक्तीकरण सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता होगी
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने कहा कि मेरी सरकार पर महिलाओं और युवाओं ने अटूट विश्वास व्यक्त किया है। विश्वास के इस सिलसिले को और आगे बढ़ाने के लिए महिलाओं और युवाओं का सशक्तीकरण मेरी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता होगी। इसी क्रम में रिक्त शासकीय पदों पर समयबद्ध एवं पारदर्शिता से भर्ती, पीएससी प्रकरण की जांच, सभी प्रमुख परीक्षाओं की प्रक्रिया यूपीएससी की तर्ज पर सुव्यवस्थित करने, छात्र-छात्राओं के लिए मासिक ट्रैवल एलाउंस, हर संभाग में एम्स की तर्ज पर ‘‘छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस‘‘, हर लोकसभा क्षेत्र में आईआईटी की तर्ज पर ‘‘छत्तीसगढ़ इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी‘‘ के निर्माण की दिशा में सकारात्मक कदम उठाने के लिए मेरी सरकार प्रतिबद्ध है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मेरी सरकार प्रदेश के विकास और आम जनता की आकांक्षाओं को पूर्ण करने की दिशा में पूरे मनोयोग से काम करेगी। सेवा, सुशासन, सुरक्षा, विकास के साथ ही सभी के जीवन स्तर उन्नयन के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
अंग्रेजी में अभिभाषण पर टोकाटाकी, किसान आत्महत्या का मामला उठाया
राज्यपाल श्री हरिचंदन ने अपना अभिभाषण इंग्लिश में पढ़ा। यह अब तक का सबसे छोटा छह पन्नों का अभिभाषण रहा। इसे राज्यपाल ने 10 मिनट में ही पूरा कर लिया। वे तीसरे पन्ने पर पहुंचे ही थे कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि महामहिम यहां इंग्लिश जानने वाले कम ही लोग हैं, क्यों आप तकलीफ कर रहे हैं। अभिभाषण को पूरा पढ़ा हुआ मान लेंगे। अभिभाषण में जब राज्यपाल ने गुड गवर्नेंस की बात कही तो कांग्रेस सदस्य उमेश पटेल किसान आत्महत्या का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं। श्री पटेल की टिप्पणी के बाद विपक्ष के कुछ और सदस्य भी खड़े होकर बोलने लगे। इस बीच पक्ष व विपक्ष के बीच वाद-विवाद के बीच राज्यपाल का अभिभाषण जारी रहा।
हंगामे के बीच राज्यपाल ने पूरा किया भाषण
राज्यपाल ने विपक्ष के हंगामे को अनसुना करते हुए अपना भाषण जारी रखा। उन्होंने कहा कि मैं भारत निर्वाचन आयोग, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ और उन हजारों अधिकारियों-कर्मचारियों को साधुवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया को बहुत अच्छी तरह से संपन्न कराने में अपना अमूल्य योगदान दिया।