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0 स्पीकर ने कहा- शिंदे गुट ही असली शिवसेना

मुंबई। शिवसेना में टूट के 18 महीने और 18 दिन बाद महाराष्ट्र विधानसभा स्पीकर ने मुख्यमंत्री शिंदे समेत उनके गुट के 16 विधायकों की सदस्यता बरकरार रखी है। स्पीकर ने शिंदे गुट को ही असली शिवसेना बताया।

स्पीकर राहुल नार्वेकर ने उद्धव गुट के 14 विधायकों की सदस्यता भी बरकरार रखी है। यानी महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम में दोनों गुटों में किसी की विधायकी नहीं गई।

फैसले की 3 अहम बातें
0 शिंदे के पास शिवसेना के 55 में से 37 विधायक हैं। उनके नेतृत्व वाला गुट ही असली शिवसेना है। चुनाव आयोग ने भी यही फैसला दिया था।
0 शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटाने का फैसला उद्धव का था, पार्टी का नहीं। शिवसेना संविधान के अनुसार वे अकेले किसी को पार्टी से नहीं निकाल सकते।
0 शिंदे गुट की तरफ से उद्धव गुट के 14 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग खारिज हुई। शिंदे गुट ने केवल आरोप लगाए हैं और उनके समर्थन में कोई सबूत नहीं दिए।

स्पीकर ने 1 घंटा 46 मिनट में सुनाया फैसला
विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर ने बुधवार शाम 5.11 से 6.57 तक कुल 106 मिनट (1 घंटा 46 मिनट) में 1200 पेज के फैसले से चुनिंदा अंश पढ़े। सुप्रीम कोर्ट ने 14 दिसंबर 2023 को इस मामले में आखिरी सुनवाई की थी। तब स्पीकर के लिए फैसला लेने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर से बढ़ाकर 10 जनवरी कर दी थी। यानी सुप्रीम कोर्ट में आखिरी सुनवाई के 28वें दिन स्पीकर ने अपना फैसला सुनाया।

फैसला आने के बाद पार्टी कार्यालय के बाहर जश्न शुरू
विधायकों की सदस्यता बहाल रहने का फैसला आने के बाद शिवसेना कार्यालय बाला साहेब भवन के बाहर जश्न शुरू हो गया है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने कार्यालय के बाहर एकनाथ शिंदे जिंदाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए हैं।

संजय राउत बोले- फैसले की फिक्सिंग हो चुकी
बुधवार सुबह उद्धव गुट के सांसद संजय राउत ने कहा कि फैसले पर मैच फिक्सिंग हुई है। स्पीकर दो बार आरोपियों से मिल चुके हैं। शुक्रवार को पीएम मोदी महाराष्ट्र में रहेंगे, कुछ दिन बाद शिंदे दावोस जाएंगे, इसका मतलब सरकार कायम रहेगी। आज का फैसला बस औपचारिकता है। विधायकों की अयोग्यता पर फैसला दिल्ली से हो चुका है।

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