रायपुर। स्वास्थ्य विभाग के हड़ताल पर गए अधिकारियों-कर्मचारियों को हड़ताल अवधि का वेतन मिलेगा। इसे लेकर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने आदेश जारी किया है। स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक को अगली कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है।
आदेश में कहा गया है कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हड़ताल अवधि 4 जुलाई 2023 से 9 जुलाई 2023 तक की अनुपस्थित अवधि का वेतन दिया जाए। हड़ताल के समय को छुट्टी के तौर पर लिया जाएगा और सभी को वेतन दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आव्हान पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधीनस्थ कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारियों ने हड़ताल की थी।
60 हजार कर्मचारियों से जुड़ा है मामला
4 जुलाई 2023 को प्रदेश के सभी अस्पतालों में कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया था। करीब 60 हजार अधिकारी और कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे। इस हड़ताल से कई स्वास्थ्य सुविधाएं बुरी तरह से प्रभावित हो रही थी। क्योंकि रेडियोग्राफर, मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी, नेत्र सहायक अधिकारी ओटी टेक्नीशियन,स्टॉफ नर्स,वार्ड बॉय ,आया बाई सभी हड़ताल पर थे। रेगुलर स्टाफ की कमी के कारण सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं पर बुरा असर पड़ रहा था।
इन मांगों पर हुआ था बवाल
स्वास्थ्य कर्मचारियों ने 24 सूत्रीय मांगों पर आंदोलन किया था। जिसमें से प्रमुख थीं- पुलिसकर्मियों की तरह स्वास्थ्यकर्मियों को भी हरेक वर्ष 13 माह का वेतन। शासकीय अस्पतालों में ओपीडी एक ही पाली में हो। फार्मासिस्ट ग्रेड-2, मेडिकल लैब टेक्नोलाजिस्ट, चतुर्थ श्रेणी स्टाफ को सीआरएमसी भत्ता। एक्स रे व रेडियोथैरेपी स्टाफ को 25 प्रतिशत विकिरण भत्ता मिले।
फिर मंत्री से मिलकर खत्म की थी हड़ताल
छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने इसके बाद तब के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मुलाकात की हड़ताल खत्म की। तबब डिप्टी सीएम ने स्वास्थ्य कर्मियों की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने और शासन के समक्ष उनकी बातों को रखने का आश्वासन दिया था। अब भाजपा की सरकार हड़ताल के वक्त का वेतन भी दे रही है।