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0 विधानसभा में डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने की घोषणा
0 भुनेश्वर साहू को न्याय दिलाने सदन तक पहुंचे पिता ईश्वर साहू

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने विधानसभा में बिरनपुर हिंसा की सीबीआई जांच कराने की घोषणा कर दी है। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बुधवार को सदन में इस हिंसा की सीबीआई जांच कराने की घोषणा की।

ध्यानाकर्षण के जरिए बिरनपुर हिंसा के पीड़ितों में शामिल भाजपा विधायक ईश्वर साहू ने बुधवार को सदन में मामला उठाया। उन्होंने कहा कि बिरनपुर हिंसा में भुवनेश्वर साहू के हत्यारों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। ईश्वर साहू ने कहा कि हिंसा में 36 आरोपियों का नाम है, लेकिन अभी तक सभी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं मृतक का पिता हूं। कब तक न्याय मिल पाएगा। घटना के वक्त सीबीआई जांच की बात कही गई थी। क्या सीबीआई जांच कराई जाएगी? इसके बाद उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सदन में जांच की घोषणा की। डिप्टी सीएम श्री शर्मा ने कहा कि हिंसा में भुनेश्वर साहू की हत्या हुई थी। न्याय की लड़ाई लड़ते-लड़ते उनके पिता आज सदन में अपनी बात कह रहे हैं। इस प्रकरण में सेक्शन 173 सीआरपीसी के तहत विवेचना जारी है। 40 लोगों के नाम दिए गए थे, उसमें 12 लोग के नाम एफआईआर में थे। आगे भी करवाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि भागीरथी साहू की शिकायत पर अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

ईश्वर साहू ने सदन में कहा कि 8 अप्रैल को हुई घटना में भुवनेश्वर साहू की हत्या में 36 आरोपी के नाम सामने आये थे। इनमें 12 आरोपियों की गिरफ़्तारी हुई। बाकी आरोपी गिरफ़्तार क्यों नहीं हुए? इस पर उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि एक समाज के चार स्कूली बच्चों के बीच विवाद की स्थिति के बाद समाज ने सुलह के लिए बैठक रखी थी। इस बैठक के बाद भुवनेश्वर साहू की हत्या कर दी गई थी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भागीरथी साहू की शिकायत पर अपराध पंजीबद्ध किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया था। 8 अप्रैल को 11 आरोपियों की गिरफ़्तारी की गई। एक अन्य की गिरफ़्तारी बाद में की गई। अभियोग पत्र 5 जुलाई को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया है। मामले की विवेचना जारी है। इस पर भाजपा विधायक ने कहा कि अंजोर यदु ने घटना की शुरुआत की थी, लेकिन आज तक उस पर कार्रवाई नहीं की गई। 

विजय शर्मा ने कहा कि मैने स्पष्ट किया है गांव में जो घटना हुई भुनेश्वर साहू की हत्या हुई। न्याय की लड़ाई लड़ते-लड़ते उनके पिता आज सदन में अपनी बात कह रहे हैं। यह अद्भुत संयोग है। मैं आपसे कहना चाह रहा हूं।  कि इस प्रकरण में सेक्शन 173 सीआरपीसी के तहत विवेचना जारी। जिस संदर्भ में बातचीत हुई उचित प्रमाण मिले वह जेल में है, परंतु जिनके संदर्भ में ऐसा नहीं हुआ। उनकी विवेचना जारी है। 40 लोगों के नाम दिए गए थे। उसमें 12 लोग के नाम FIR थे उन सभी के संबंध में विवेचना जारी है आगे भी करवाई जारी रहेगी।

ईश्वर साहू ने कहा कि विशेष समुदाय के लोगों के पास सैकड़ो हथियार हथियार थे उसे समय अधिकारियों ने कहा था कि उसे जप्त करेंगे लेकिन अभी तक जब तक क्यों नहीं हुए? इस पर विजय शर्मा ने कहा कि इसमें संबंध में जो भी हथियार उपयोग किया गया था। उन सब को जमा किया गया है कुछ हथियारों को एफएसएल रिपोर्ट के लिए भेजा गया है। गांव में पुलिस चौकी है और यह निर्धारित किया जा रहा है कि गांव में कोई बड़ा हथियार नहीं है। ईश्वर साहू ने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि अवैध हथियार कब तक जब्त किया जाएगा? इस पर विजय शर्मा ने कहा कि एक बार गांव में सभी घरों में बातचीत चर्चा गांव के माध्यम से करके और जहां आवश्यकता हुई वहां तलाशी के माध्यम से सुनिश्चित करेंगे कि कोई बड़ा हथियार किसी की घर में ना, हो या सुनिश्चित करेंगे। ईश्वर साहू ने इस पर कहा कि मैं स्वयं मृतक का पिता हूं मैं सदन से जानना चाहता हूं मुझे न्याय मिल पाएगा या नहीं? और मिलेगा तो कब तक मिलेगा? इस पर विजय शर्मा ने जवाब में कहा कि उनके प्रश्न और विषयों को लेकर के मैं अभिभूत हूं। हर हाल में हम सब मिलकर उनको न्याय मिले, उनको और उनके मन में जो बातें हैं। वह सारी बातें ठीक हो। उन सारे विषय को ठीक हो वह सारी जानकारी हो जाए। मैं भी चाहता हूं। इसके लिए जैसी आवश्यकता होगी वह पूरा करेंगे। 

ईश्वर साहू ने इस पर कहा कि घटना के समय अधिकारियों द्वारा सीबीआई जांच करवाने का आश्वासन मिला था करवाएंगे कि नहीं? विजय शर्मा ने कहा कि जांच जारी है। एसआईटी बनाकर जांच की जा रही है। फिर भी एक पराक्रमी पिता के हृदय का दर्द है, इसलिए मैं आज सदन में घोषणा करता हूं कि इस विषय में सीबीआई जांच करवाई जाएगी। ईश्वर साहू ने कहा कि मैं जनप्रतिनिधि होने के नाते मुझे अभी तक न्याय नहीं मिल पाया। तो मैं क्या अपने विधानसभा क्षेत्र के जनता को क्या न्याय दिला पाऊंगा। 

आरोपियों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 336, 307, 302, 120बी भादवि पंजीबद्ध किया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए एसडीओपी बेरला तेजराम पटेल के नेतृत्व में दो निरीक्षक सहित कुल 13 अधिकारियों-कर्मचारियों की जिला स्तरीय विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया गया था। विवेचनाक्रम में प्रत्यक्षदर्शी साक्षी राजाराम साहू, भैखलाल, प्रेमलाल साहू, ईश्वर साहू (मृतक के पिता) तथा रमेश ठाकुर का पुलिस बयान व न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी साजा के समक्ष धारा 164 दंड प्रक्रिया संहिता के अधीन कथन कराया गया था। घटना में पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए 11 आरोपियों को 8 अप्रैल 2023 तथा 01 आरोपी रशीद मोहम्मद उर्फ कल्लू खान को 27 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया। 
विवेचना के दौरान 22 अप्रैल 2023 को एक समाज विशेष के लोगों द्वारा संदेहियों की सूची जिसमें अंजीर क्यू का नाम भी है, थाना साजा को सौंपी गई थी। सूची के नामों की 22 एवं 24 अप्रैल 2023 को तस्दीक की गई। इस संबंध में विवेचना जारी है। प्रकरण में आरोपियों द्वारा घटना में हथियार के तौर पर इस्तेमाल किए गए ईंट, पत्थर के टुकड़ों, फावड़ा तथा गुप्तीनुमा चाकू को जब्त किया गया है। प्रकरण में धारा 173 (8) भादवि के अधीन विवेचना जारी रखते हुए गिरफ्तार 12 आरोपियों के खिलाफ अभियोग पत्र 5 जुलाई 2023 को न्यायालय में पेश किया गया है। प्रकरण की विवेचना जारी है। उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अस्थायी पुलिस चौकी संचालित है, जिसमें 1 उप निरीक्षक सहित कुल 13 पुलिस बल तैनात है। जिनके द्वारा लगातार गश्त एवं पेट्रोलिंग कर गतिविधियों पर सूक्ष्म निगाह रखी जा रही है।

अजय चंद्राकर ने इस पर सवाल किया कि सीबीआई जांच करेंगे। क्या उसमें एक एंगल और है। इस घटना के बाद एक समुदाय विशेष के दो लोगों की भी हत्या हो गई। हत्या किन परिस्थितियों में हुई। वह हत्या प्रतिक्रिया के स्वरूप है, या किसी दल विशेष में चुनाव सामने था, इसलिए षडयंत्रपूर्वक उन दोनों की हत्या करवाई गई। क्या इस विषय को भी इस एंगल से भी क्या इस विषय को भी सीबीआई जांच में शामिल करेंगे। हत्या प्रतिज्ञा शुरू हुई, किसने की, क्या यह विषय भी आप सीबीआई जांच में शामिल करेंगे। 

इस पर विजय शर्मा ने कहा कि 11 अप्रैल को एफआईर दर्ज की गई मामला न्यायालय में है। चालन प्रस्तुत हो चुका है। 17 लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है, इसलिए न्यायालय के निर्णायक प्रतीक्षा करें। ईश्वर साहू ने जो बात रखी, उसे विषय में सीबीआई जांच कराई जाएगी। इसमें हर विषय का सीबीआई जांच नहीं कराई जा सकती। इस पर अजय चंद्राकर ने इस पर कहा कि छत्तीसगढ़ में ऐसी घटनाएं बहुत रेयर है। मैं इस एंगल से बात नहीं कर रहा हूं कि मर्डर है। 17 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। मतलब है कि दो लोगों की हत्या हुई वह साजिश थी कि हत्या की घटना है। सिर्फ इसी मुद्दे को सीबीआई में शामिल करेंगे क्या। इसके साथ विधायक गजेंद्र यादव ने सवाल किया कि कवर्धा के लालपुर में सदाराम की भी हत्या की गई है। उस पर भी कुछ होगा क्या?

इस पर विजय शर्मा ने कहा कि कवर्धा में को घटना हुई। साधराम गौशाला में काम करते थे। उनकों चार लोगों ने पीछे से पकड़ा और किसी ने बाल पकड़ के धीरे-धीरे गला काटा है। यह हत्या हथियार से नहीं, विचार से है। इसमें यूएपीए का एक्ट लगा है।  मैं खुद गया था, और 5 लाख रुपए की राशि मैंने दी है, जो मेरे से हो सकता था। मैंने मुख्यमंत्री से बात की है और जो आर्थिक सहायता है वो परिवार को मिलेगी।