नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनावी बॉन्ड्स को लेकर मोदी सरकार को घेरते हुए सोमवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय के ताजा फैसले से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के जरिए चुनावी बॉन्ड के रूप में मिले चंदे पर लीपा पोती करने की उसकी कोशिश पर पानी फिर गया है और भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार की असलियत जल्द ही जनता के सामने आ जाएगी।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने चुनावी बॉन्ड पर विवरण देने के लिए समय मांगने वाली एसबीआई की याचिका खारिज कर उसे कड़ी फटकार लगाई और मंगलवार तक चुनावी बॉन्ड से मिले चंदे का पूरा विवरण देने का आदेश दिया है। न्यायालय के आदेश से भाजपा का भ्रष्टाचार सामने आ जाएगा।
श्री खडगे ने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड प्रकाशित करने के लिए एसबीआई द्वारा साढ़े चार महीनें माँगने के बाद साफ़ हो गया था कि मोदी सरकार अपने काले कारनामों पर पर्दा डालने की हर संभव कोशिश कर रही है। आज के माननीय सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले से देश को जल्द इलेक्टोरल बॉन्ड से भाजपा के चंदा देने वालों की लिस्ट पता चलेगी। मोदी सरकार के भ्रष्टाचार, घपलों और लेन-देन की कलई खुलने की ये पहली सीढ़ी है।
उन्होंने कहा कि अब भी देश को ये नहीं पता चलेगा कि भाजपा के चुनिंदा पूँजीपति चंदाधारक किस-किस ठेके के लिए मोदी सरकार को चंदा देते थे, उसके लिए माननीय सुप्रीम कोर्ट को उचित निर्देष देने चाहिए। मीडिया रिपोर्ट्स से ये तो उजागर हुआ ही है कि भाजपा किस तरह ईडी, सीबीआई,आईटी छापे डलवाकर जबरन चंदा वसूलती थी। सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला पारदर्शिता, जवाबदेही और लोकतंत्र में बराबरी के मौक़े की जीत है।
श्री गांधी ने कहा कि "नरेंद्र मोदी के ‘चंदे के धंधे’ की पोल खुलने वाली है। स्विस बैंक से काला धन 100 दिन में लाने का वायदा कर सत्ता में आई सरकार अपने ही बैंक का डेटा छिपाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में सिर के बल खड़ी हो गई। चुनावी बॉन्ड्स भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला साबित होने जा रहा है जो भ्रष्ट उद्योगपतियों और सरकार के नेक्सस की पोल खोल कर नरेंद्र मोदी का असली चेहरा देश के सामने लेकर आएगा।
उन्होंने घोटाले का विवरण देते हुए कहा "क्रोनोलॉजी स्पष्ट है - चंदा दो- धंधा लो, चंदा दो- प्रोटेक्शन लो। चंदा देने वालों पर कृपा की बौछार और आम जनता पर टैक्स की मार, यही है भाजपा की मोदी सरकार।