0 कल रात हुई थी गिरफ्तारी
0 ईडी ने कोर्ट में कहा- लेन-देन का पता लगाना है
नई दिल्ली। दिल्ली शराब नीति केस में पीएमएलए कोर्ट ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 28 मार्च तक (6 दिन) की ईडी रिमांड पर भेज दिया है। इससे पहले 3 घंटे सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखा लिया था।केजरीवाल को शुक्रवार दोपहर 2 बजे राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। सुनवाई दोपहर 2.15 बजे शुरू होकर शाम 5.15 बजे तक चली।
ईडी ने 10 दिन की रिमांड मांगी थी। साथ ही सीएम को इस मामले का मास्टरमाइंड बताया। साथ ही दावा किया कि इस केस से जुड़े कई सारे इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिटाए गए। कई सारे फोन तोड़े गए हैं।
केजरीवाल दिल्ली शराब नीति को बनाने में सीधे तौर पर शामिल थे। दो बार कैश ट्रांसफर किया गया। पहले 10 करोड़ और फिर 15 करोड़ दिए गए। केजरीवाल पंजाब और गोवा चुनाव के लिए फंडिंग चाहते थे। गोवा चुनाव में 45 करोड़ रुपए इस्तेमाल हुआ।
केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ईडी के पास सब कुछ है, तो गिरफ्तारी की जरूरत क्यों पड़ी? 80% लोगों ने केजरीवाल का नाम नहीं बताया। उन्होंने यह भी नहीं कहा कि वे उनसे कभी मिले भी थे।
ईडी की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) राजू ने तो अरविंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी, विक्रम चौधरी और रमेश गुप्ता ने दलीलें रखीं। इस बीच विपक्ष के नेताओं ने चुनाव आयोग से मुलाकात की। केजरीवाल को 21 मार्च को सीएम हाउस से गिरफ्तार किया गया था। उनकी रात ईडी की लॉकअप में कटी।
इससे पहले केजरीवाल अपनी गिरफ्तारी के खिलाफ सुबह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस बेला एम त्रिवेदी और जस्टिस एमएम सुंदरेश की बेंच के सामने कुछ ही देर बाद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट से अर्जी वापस लेने की गुजारिश की।
केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कोर्ट से कहा कि ट्रायल कोर्ट में रिमांड की कार्यवाही सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के साथ टकरा रही है, इसलिए उन्हें याचिका वापस लेने की अनुमति दी जाए। ट्रायल कोर्ट में हम पहले रिमांड प्रोसीडिंग पर लड़ेंगे और फिर एक और याचिका के साथ सुप्रीम कोर्ट आएंगे।
कोर्ट में क्या दलील दी गई?
ईडी की ओर से कोर्ट में पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने कहा कि केजरीवाल ने पंजाब चुनाव लड़ने के लिए साउथ ग्रुप से कई करोड़ रुपये मांगे थे। उन्होंने कहा कि आप एक व्यक्ति नहीं बल्कि ‘कंपनी’ है। ऐसे में जिम्मेदार हर व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। ईडी ने कोर्ट में कहा कि वो जानबूझकर नौ समन पेश नहीं हुए। ऐसे में जब उनका (केजरीवाल) बयान पीएमएलए के तहत दर्ज किया गया तो उन्होंने सच्चाई नहीं बताई या सही तथ्य नहीं दिए। वहीं केजरीवाल का पक्ष रखते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि भारत के इतिहास में यह पहली बार है कि किसी मौजूदा मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया है। इस केस में गिरफ्तारी की जरूरत नहीं थी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि आबकारी नीति में भ्रष्टाचार हुआ है।
ईडी ने क्या आरोप लगाया?
ईडी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली सरकार की आबकारी नीति तैयार करने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार और धनशोधन हुआ है। मामले में आप नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह न्यायिक हिरासत में अभी हैं। ईडी ने दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली का मुख्यमंत्री होने का लाभ उठाते हुए धन शोधन में आम आदमी पार्टी का सहयोग किया। केजरीवाल रिश्वत की मांग कर कुछ लोगों को फायदा पहुंचाने के में शामिल थे।
गिरफ्तारी के खिलाफ आप कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
केजरीवाल की गिरफ्तारी के विरोध में आप कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के आईटीओ में प्रदर्शन किया। दिल्ली सरकार के दो मंत्रियों आतिशी और सौरभ भारद्वाज को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान केजरीवाल के परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि राहुल गांधी सीएम केजरीवाल के घर उनके परिवार से मिलने जा सकते हैं।
जेल से ही सरकार चलाऊंगा, नहीं सोचा था ईडी इतनी जल्दी आ जाएगीः केजरीवाल
कोर्ट के अंदर न्यूज चैनल से चर्चा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि कि मैं मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दूंगा और अगर करना पड़ा तो जेल से सरकार चलाऊंगा। केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के बारे में कहा कि सीएम पद से इस्तीफा नहीं दूंगा, अगर करना पड़ा तो जेल से सरकार चलाऊंगा। उन्होंने कहा कि अंदर हो या बाहर, सरकार वहीं से चलेगी। केजरीवाल ने कहा कि मुझे यकीन है कि हमें दिक्कतें आएंगी, लेकिन हम इसी से काम करने की कोशिश करेंगे। दिल्ली की जनता यही चाहती है। अपनी हेल्थ को लेकर केजरीवाल ने कहा कि हेल्थ एकदम फर्स्ट क्लास है। ईडी के अचानक आने पर केजरीवाल ने कहा कि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी। मैंने नहीं सोचा था कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद ईडी इतनी जल्दी मुझे गिरफ्तार करने आएगी। सोचा कि वे गिरफ़्तारी से पहले कम से कम 2-3 दिन इंतज़ार करेंगे। मुझे अपने माता-पिता से आशीर्वाद लेने का मौका नहीं मिला, इससे पहले कि ईडी मुझे ले गए। ईडी के आने से पहले माता-पिता के साथ बैठा था। उन्होंने आगे कहा कि ईडी अधिकारियों ने अच्छा और सम्मानपूर्वक व्यवहार किया। कल रात कोई पूछताछ नहीं हुई। हिरासत के दौरान भी ज्यादा पूछताछ होने की उम्मीद नहीं है। क्या आप डरे हुए हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बिल्कुल डरा हुआ नहीं हूं, उन्हें जो भी चाहिए मैं पूरी तरह तैयार हूं। इनका उद्देश्य पूछताछ करना तो है ही नहीं। जनता का समर्थन ही मायने रखता है। केजरीवाल को शराब घोटाले का किंगपिंग बताने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नीति कई स्तरों से गुज़री, विधि सचिव, वित्त सचिव सभी ने हस्ताक्षर किए। एलजी ने भी किए हस्ताक्षर। समझ नहीं आता कि केजरीवाल और सिसौदिया ही कटघरे में कैसे हैं?'