0 सूरज पर महादेव सट्टा ऐप के पैसों को शेयर बाजार में निवेश करने का आरोप
रायपुर। महादेव सट्टा एप मामले में जेल में बंद आरोपी सूरज चोखानी की ज़मानत याचिका पर रायपुर की स्पेशल कोर्ट में सुनवाई हुई। दोनों पक्षों के वकीलों की बहस के बाद कोर्ट ने गुरुवार तक फैसला सुरक्षित रख लिया है। सूरज चोखानी पर आरोप है कि वह सट्टे से आने वाले पैसों को शेयर बाजार में निवेश करता था।
ईडी ने सूरज चोखानी को गिरफ्तार कर 4 मार्च को रायपुर की स्पेशल कोर्ट में पेश किया था। पिछली सुनवाई 24 मार्च को हुई थी। जिसमें कोर्ट ने 6 अप्रैल तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया था। इससे पहले भी सुनवाई में सूरज चोखानी और गिरिश तलरेजा को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेजा जा चुका है।
सट्टा एप का पैसा विदेश भेजने का आरोप
सूरज चौखानी पर एप के प्रमोटर शुभम सोनी के साथ मिलकर एप से कमाए पैसों को शेयर मार्केट में लगाकर व्हाइट मनी में बदलकर फर्जी बैंक खातों के ज़रिए विदेश में भेजने का आरोप है। उसे कलकत्ता से गिरफ़्तार किया गया था। महादेव सट्टा ऐप मामले में हिमाचल प्रदेश की पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट जमा किया है। मंगलवार को कोर्ट का आदेश लिए बिना रायपुर आ गई थी हिमाचल पुलिस। कांगड़ा जिला के धर्मशाला थाना में दर्ज मामले में नीतीश दीवान से पुलिस पूछताछ करेगी। विशेष कोर्ट से जेल में बंद नीतीश दीवान को प्रोडक्शन वारंट पर साथ ले जाने का आवेदन भी लगाया है। प्रोडेक्शन वारंट जारी करने पर दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रखा गया है।
चोखानी संभाल रहा था स्काई एक्सचेंज एप
हवाला ऑपरेटर हरिशंकर टिबरेवाल महादेव ऐप के प्रमोटरों के साथ साझेदारी कर और सट्टेबाजी ऐप स्काई एक्सचेंज का संचालन भी किया। जिसमें गिरफ्तार आरोपी सूरज चोखानी कथित तौर पर टिबरेवाल की ओर से भारत में स्काई एक्सचेंज को संभाल रहा था। जांच से यह भी पता चला है कि चोखानी स्काई एक्सचेंज में नए लोगों को जोड़ने, आईडी बनाने, बेनामी बैंक खातों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के लिए प्लेटफार्म तैयार कर रहा था।
ऐप से 6000 करोड़ की आय हुई
ईडी करीब एक साल से महादेव एप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। आरोप है कि इसमें छत्तीसगढ़ के उच्च पदस्थ राजनेताओं और नौकरशाहों के शामिल होने का पता चला है। एप के दो मुख्य प्रमोटर भी छत्तीसगढ़ से ही हैं। ईडी के अनुसार, इस मामले में करीब 6,000 करोड़ रुपए की आय आंकी गई है।