0 स्मृति ने कहा- राहुल शर्मिंदा
तिरुवनंतपुरम। केरल के वायनाड में बुधवार को नामाकंन भरने से पहले राहुल गांधी ने रोड शो किया था। इस रैली में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी पार्टी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के झंडे के नजर नहीं आए। रैली में शामिल लोग सिर्फ तिरंगा लेकर चले। इसे लेकर लेफ्ट और भाजपा दोनों ही कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं।
लेफ्ट नेता और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि कांग्रेस में हिम्मत नहीं है कि वह मुस्लिम लीग के झंडे सबके सामने लहरा सके। कांग्रेस इस स्तर तक गिर चुकी हे कि वह अब सांप्रदायिक ताकतों से डरने लगी है। कांग्रेस को मुस्लिम लीग के वोट तो चाहिए पर उनके झंडे को अहमियत नहीं देना चाहती हैं।
वहीं, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि राहुल के रोड शो में मुस्लिम लीग के झंडे छुपा के रखे गए थे। इससे ये साफ होता है कि या तो राहुल मुस्लिम लीग का सपोर्ट पाने से शर्मिंदा हैं या उन्हें इस बात की चिंता है कि जब वे उत्तर भारत का दौरा करेंगे और मंदिर जाएंगे, तो मुस्लिम लीग के साथ अपना रिश्ता नहीं छिपा सकेंगे।
स्मृति बोलीं- कांग्रेस ने पीएफआई की राजनीतिक शाखा का सपोर्ट लिया
स्मृति ईरानी ने कहा कि मुझे इस बात की भी हैरानी है कि कांग्रेस बैन किए गए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के राजनीतिक दल सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के समर्थन को स्वीकार कर रही है। ऐसा करके राहुल गांधी ने नामांकन भरते समय ली गई संविधन की शपथ का उल्लंघन किया है।
2019 में भी हुई थी ऐसी ही कॉन्ट्रोवर्सी
2019 में भी वायनाड में मुस्लिम लीग के झंडे को लेकर एक विवाद हुआ था। तब मुस्लिम लीग के झंडों को भाजपा ने पाकिस्तानी झंडा करार दिया था। भाजपा ने राहुल के खिलाफ एक कैंपेन शुरू किया था कि पाकिस्तानी झंडे लेकर चलने वाले जिहादियों के साथ राहुल की करीबी है।