0 शराब कारोबारी भाटिया समेत 21 ठिकानों पर एसीबी के छापे
0 छत्तीसगढ़ में एसीबी-ईओडब्ल्यू ने करोड़ों के गहने-कैश किए जब्त
रायपुर/भिलाई/बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाला मामले में एसीबी-ईओडब्ल्यू ने शराब वितरण कंपनी सीएसएमसीएल के पूर्व एमडी अरुणपति त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि उनकी गिरफ्तारी बिहार के गोपालगंज से की गई है। करीब 9 महीने जेल में रहने के बाद फरवरी में ही त्रिपाठी को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। वहीं एसीबी-ईओडब्ल्यू ने प्रदेशभर में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के करीबियों के यहां रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर सहित 21 ठिकानों पर गुरुवार को छापा मारा था। कई स्थानों पर कार्रवाई खत्म हो गई है। इस दौरान एसीबी ने 19 लाख कैश, करोड़ों के गहने, लैपटॉप-पेन ड्राइव, संपत्ति के दस्तावेज सहित अन्य सामान जब्त किया है।
एससीबी के मुताबिक, बैंक में करोड़ों के निवेश के अलावा अन्य महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं। इनकी जांच की जा रही है। इन दस्तावेजों में आबकारी से अर्जित अवैध संपत्तियों से सामान्य निवेश और शैल कंपनियों के माध्यम से लेयरिंग, अनसिक्योर्ड लोन और निवेश संबंधी दस्तावेज मिले हैं। 2 हजार करोड़ से ज्यादा के शराब घोटाला मामले में ईडी ने एसीबी-ईओडब्ल्यू में केस दर्ज कराया है, जिसके बाद यह छापेमारी हुई है।
शराब कारोबारी का बंगला सील
ईओडब्ल्यू ने दुर्ग के खुर्सीपार में शराब कारोबारी पप्पू बंसल के बंगले को सील कर नोटिस चस्पा कर दिया है। नोटिस में कहा गया है कि तलाशी वारंट 10 अप्रैल को जारी किया गया था, लेकिन आज 11 अप्रैल को सर्च टीम पहुंची तो मकान बंद मिला। बिना ईओडब्ल्यू को सूचना दिए सील न खोलें। इसके अलावा टीम नेहरू नगर पूर्व स्थित शराब कारोबारी विजय भाटिया के बंगले की तलाशी ले रही है।
रेड की भनक लगते ही गायब हुआ पप्पू बंसल
एसीबी की इस रेड की जानकारी मिलने के बाद से पप्पू बंसल गायब है। बताया जा रहा है कि पप्पू बंसल कल रात 9 बजे तक भिलाई में था। इसके बाद अचानक वो लापता हो गया। जब एसीबी की टीम छापेमारी करने पहुंची तो वो घर पर नहीं मिला। वहीं, विजय भाटिया छापेमारी के दौरान घर पर मौजूद थे।
बिलासपुर-रायपुर में भी कई ठिकाने पर दबिश
इसी कड़ी में शराब कारोबार से जुड़े लोगों के साथ ही उनके सीए को एसीबी और ईओडब्ल्यू ने निशाना बनाया है। जिसमें बिलासपुर में भी टीम ने तीन से चार जगहों पर दबिश दी है। इसमें एफएल 10 ए कंपनी के सीए संजय मिश्रा के ऑफिस और घर सहित बाकी जगहों पर कार्रवाई की गई। वहीं राजधानी रायपुर में भी एसीबी की टीम ने कई ठिकानों पर दबिश दी। रायपुर में समता कॉलोनी स्थित गोविंद कुंज में कारोबारी अनिल अग्रवाल और सौरभ अग्रवाल के घर भी छापा मारा गया। यह कार्रवाई हवाला कारोबार से जुड़ी हुई है। इसके अलावा सदर बाजार के नाहटा मार्केट, महावीर नगर, देवेंद्र नगर और पंडरी इलाके के दलदल सिवनी में जांच चल रही है। बताया जाता है कि एसीबी की जांच में अब हवाला की भी एंट्री हो गई है। शराब की कमाई को हवाला कारोबारियों के जरिए मनी लांड्रिंग की गई थी। इस कारण शराब और कोयला कारोबार से जुड़े कारोबारियों के ठिकानों पर एसीबी-ईओडब्ल्यू की टीम ने दबिश दी है।
2 महीने पहले भी पड़ा था एसीबी-ईओडब्ल्यू का छापा
दरअसल,एसीबी-ईओडब्ल्यू ने केस दर्ज करने के बाद करीब दो महीने पहले बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी और कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी में छापेमारी की थी। साथ ही दुर्ग के कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर में अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड समेत रिटायर्ड आईएएस अनिल टुटेजा के ठिकानों पर जांच की थी। माना जा रहा है कि उस कार्रवाई में मिले इनपुट के आधार पर टीम आगे की कार्रवाई कर रही है।
कांग्रेस शासनकाल में ईडी की रेड पड़ चुकी है
दोनों ही बड़े शराब कारोबारी हैं और शराब घोटाले से इनके नाम जुड़े हैं। इन दोनों के यहां पिछले साल कांग्रेस शासनकाल में ईडी की रेड पड़ चुकी है। ईडी ने इनके यहां छापेमारी कर जांच तो की, लेकिन एक भी बार दोनों गिरफ्त में नहीं आए।