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0 कहा था- भारत में ईस्ट वाले चीनी, साउथ वाले अफ्रीकन दिखते हैं
0 कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से किया किनारा

नई दिल्ली। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने भारतीयों की शक्ल-सूरत की तुलना विदेशी मूल के लोगों करने संबंधी बयान से उपजे विवाद के बीच बुधवार को पद से इस्तीफा दे दिया। श्री पित्रोदा ने एक अखबार के साथ साक्षात्कार में देश विभिन्न भागों के निवासियों की तुलना उनके रंग-रूप के आधार पर विदेशी मूल के लोगों से की थी। चुनावी माहौल में मामला तूल पकड़ने पर कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से किनारा करते हुए कहा कि वह गलत, दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है। कांग्रेस पार्टी ने एक बयान में कहा कि श्री पित्रोदा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है।

गौरतलब है कि श्री पित्रोदा साक्षात्कार में उत्तर भारतीयों की चमड़ी की तुलना गोरों से की थी तो पश्चिम भारतीयों की अरब मूल के लोगों से की थी। उन्होंने कहा कि पूर्वोतर के लोग चीनियों से और दक्षिण भारत के लोग शक्ल-सूरत में अफ्रीकी मूल के लोगों से मिलते हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने श्री पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस पर प्रहार शुरू कर दिया जिससे जबरदस्त राजनीतिक भूचाल पैदा हो गया था। विवाद गहराता देख कांग्रेस ने खुद उनके इस बयान से अलग कर लिया।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक बयान जारी कर कहा कि सैम पित्रोदा की ओर से भारत की विविधता को जो उपमाएं दी गई है वह गलत, दुर्भाग्यपूर्ण हैं और अस्वीकार्य है। कांग्रेस इन उपमाओं से खुद को पूर्ण रूप से अलग करती है और इसका खंडन करती है। देश की राजनीति में मची इस उथल-पुथल के बाद खुद के अकेला पड़ने के बाद श्री पित्रोदा ने ओवरसीज कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस ने बयान जारी कर श्री पित्रोदा के इस्तीफे की जानकारी देते हुए कहा कि सैम पित्रोदा ने अपनी मर्ज़ी से इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है।

पित्रोदा ने कहा था-भारत में हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है
सैम पित्रोदा ने अंग्रेजी अखबार द स्टेट्समैन को दिए एक इंटरव्यू में विविधता पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि हम 75 साल बहुत खुशहाल माहौल में रहे हैं। लोग इधर-उधर के झगड़ों को छोड़कर एक साथ रहते थे। हम भारत जैसे विविधता वाले देश को एक साथ रख सकते हैं। यहां हम सभी भाई-बहन हैं। श्री पित्रोदा साक्षात्कार में उत्तर भारतीयों की चमड़ी की तुलना गोरों से की थी तो पश्चिम भारतीयों की अरब मूल के लोगों से की थी। उन्होंने कहा कि पूर्वोतर के लोग चीनियों से और दक्षिण भारत के लोग शक्ल-सूरत में अफ्रीकी मूल के लोगों से मिलते हैं। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि हम सभी अलग-अलग भाषाओं, धर्मों, रीति-रिवाजों और खाने का सम्मान करते हैं। यही वह भारत है जिसमें मैं विश्वास करता हूं, जहां हर किसी के लिए एक जगह है। यहां हर कोई एक-दूसरे के लिए थोड़ा-बहुत समझौता करता है।

प्रधानमंत्री बोले- मेरा मन गुस्से से भर गया है
पित्रोदा का यह बयान सुबह जब बयान सामने आया, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेलंगाना के वारंगल में सभा कर रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा कि शहजादे के फिलॉसफर ने चमड़ी के आधार पर देशवासियों का अपमान किया। गाली दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज मैं बहुत गुस्से में हूं। लोग मुझे गाली दें तो मैं गाली सह लेता हूं, लेकिन शहजादे के फिलॉसफर ने इतनी बड़ी गाली दी है कि मेरे मन में गुस्सा भर गया है। मोदी ने कहा, 'क्या मेरे देश में चमड़ी का रंग देखकर लोगों की योग्यता तय होगी। चमड़ी के रंग का खेल खेलने का हक शहजादे को किसने दिया है। संविधान सर पर लेकर नाचने वाले लोग मेरे देश का अपमान कर रहे हैं।