रायपुर। छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप मामले में ईओडब्ल्यू ने प्रदेश भर में छापेमार कार्रवाई की है। ईओडब्ल्यू की टीमें सुबह से रायपुर, दुर्ग, भिलाई, कांकेर और राजनांदगांव में एक साथ कार्रवाई में जुटी हैं। ईओडब्ल्यू के अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में सुरक्षा बल भी कार्रवाई के दौरान मौजूद हैं।
6 से 7 लोगों की एक टीम बनाई गई है, जिसमें डीएसपी रैंक के अधिकारी भी हैं। ईओडब्ल्यू की टीम में टाइपराइटर्स भी हैं। दरअसल, पिछले दिनों महादेव सट्टा एप के आरोपियों को रिमांड में लेकर ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने पूछताछ की थी। इस दौरान जो नाम सामने आए थे उनके घरों और ठिकानों पर छापेमारी की गई है।
सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों के ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है, उनमें से ज्यादातर सराफा कारोबारी, पुलिसकर्मी हैं। वहीं, महादेव सट्टा एप के आरोपी निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा के संतोषी नगर स्थित घर भी टीम पहुंची है। बताया जा रहा है कि 2 दर्जन से ज्यादा ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है।
निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा के घर भी जांच
ईओडब्ल्यू की टीम निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा के संतोषी नगर स्थित घर के अलावा उसके गृह ग्राम स्थित घर भी जांच करने पहुंची है। चंद्रभूषण वर्मा न्यायिक रिमांड पर अभी रायपुर सेंट्रल जेल में बंद है। आरोप है कि वर्मा ने महादेव ऐप से जुड़े लोगों को बचाने के लिए प्रोटेक्शन मनी लेकर पुलिस अधिकारियों और राजनेताओं तक पहुंचाने का काम किया।
चारामा में हेड कॉन्स्टेबल के घर दबिश
इस मामले में कांकेर के चारामा में भी ईओडब्ल्यू की टीम ने हेड कॉन्स्टेबल विजय पांडेय के वार्ड नंबर 13 स्थित आवास में दबिश दी है। कांकेर में इस मामले में ये पहला एक्शन है।
दुर्ग में 2 सराफा कारोबारियों के घर रेड
दुर्ग में सराफा कारोबारी प्रकाश सांखला और राजेंद्र जैन के महावीर कॉलोनी स्थित घर और राजेंद्र जैन के घर भी ईओडब्ल्यू के अधिकारी पहुंचे हैं।
धरमजयगढ़ में कारोबारी अनिल अग्रवाल का मकान सील
इस मामले में धरमजयगढ़ में ईओडब्ल्यू ने कारोबारी अनिल अग्रवाल उर्फ पिंटू अग्रवाल के नीचेपारा स्थित आवास में छापामारी की। हालांकि घर कई सालों से बंद पड़ा, लिहाजा अधिकारियों ने मकान को सील कर दिया।