0 रायपुर कोर्ट ने जमीन धोखाधड़ी में जारी किया था वारंट
रायपुर। रायपुर पुलिस ने जमीन धोखाधड़ी मामले में 4 साल से फरार चल रहे कांग्रेस नेता आसिफ मेमन को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने मध्यप्रदेश के कान्हा किसली में छापेमारी कर मेमन की गिरफ्तारी की है। कोर्ट से लगातार नोटिस मिलने के बाद भी वह हाजिर नहीं हो रहा था। जिसके बाद कोर्ट ने स्थायी वारंट जारी किया था।
दरअसल, नूर बेगम ने कांग्रेस नेता आसिफ मेमन को अपनी जमीन बेची थी। 1.73 एकड़ जमीन के एवज में मेमन को 3 करोड़ 9 लाख 76 हजार नूर बेगम को भुगतान करना था। जमीन की रजिस्ट्री के दौरान आसिफ मेमन ने नूर बेगम को 7 चेक दिए थे, लेकिन सभी बाउंस हो गए।
पैसे नहीं देने पर धोखाधड़ी की शिकायत
नूर बेगम ने आसिफ मेमन से अपनी जमीन के पूरे पैसे मांगे, तो उसने रकम देने से इनकार कर दिया। इसके बाद आसिफ मेमन के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला सिविल लाइन थाने में दर्ज कराया गया। रायपुर कोर्ट में मामला चल रहा था।
रजिस्ट्री शून्य घोषित
पुलिस ने अपनी जांच प्रकरण न्यायालय में पेश किया। सुनवाई के दौरान न्यायाधीश वंदना दीपक देवांगन ने नूर बेगम के पक्ष में फैसला सुनाते हुए आसिफ के नाम पर हुई रजिस्ट्री को शून्य घोषित कर दिया। आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए, लेकिन आसिफ सुनवाई के दौरान एक भी बार कोर्ट में पेश नहीं हुआ। मेमन युवा कांग्रेस में पूर्व ग्रामीण जिलाध्यक्ष रह चुका है।
छापा मारकर की गई गिरफ्तारी
रायपुर एएसपी लखन पटले ने बताया कि, लंबे समय से पुलिस फरार चल रहे आसिफ मेमन की तलाश कर रही थी। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर सिविल लाइन और एंटी क्रािम एंड साइबर यूनिट पुलिस की संयुक्त टीम ने आरोपी के छिपने के हर संभावित स्थानों में लगातार छापेमार कार्रवाई की है। इसी दौरान पुलिस को जानकारी मिली कि आसिफ मेमन मध्यप्रदेश के बालाघाट छिपा है। एसएसपी संतोष सिंह के निर्देश में एक विशेष टीम का गठन कर उसे बालाघाट रवाना किया गया। जहां लगातार कैंप लगाकर आरोपी मेमन को पकड़ा गया है।