0 आरोपियों के पास से 34 लाख रुपए जब्त, चारों को जेल भेज दिया गया
0 वारदात से कुछ देर पहले बीजेपी-कांग्रेस पार्षद ने स्टाफ से की थी मारपीट
रायपुर। रायपुर में खमतराई थाना इलाके ट्रांसपोर्ट नगर स्थित विदेश शराब दुकान में मारपीट की घटना के बाद दुकान के स्टाफ ने ही 36 लाख रुपए की लूट की घटना को अंजाम दिया था। मामला 28-28 मई की दरमियानी रात का बताया जा रहा है। शराब के लिए बीजेपी और कांग्रेस के पार्षदों ने शराब दुकान के स्टाफ के साथ जमकर मारपीट की थी। पुलिस ने दुकान के चारों स्टाफ को गिरफ्तार कर उनके पास से करीब 34 लाख बरामद कर लिया है। चारों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।
इस घटना का सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है। इस हंगामे के कुछ देर बाद दुकान से 36 लाख रुपए पार हो गए। स्टाफ ने पुलिस को फोन कर कहा कि दुकान में नकाबपोश लुटेरों ने वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि इस मामले में पुलिस ने चारों आरोपियों रोशन कन्नौजे, कृष्ण कुमार बंजारे और साहेब लाल बंजारे और मनमोहन आदिल को जेल भेज दिया है साथ ही करीब 34 लाख के करीब बरामद कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि 28 मई की रात साढ़े 10 बजे के करीब बिरगांव इलाके के भाजपा के पार्षद खेमलाल साहू और कांग्रेस के डिगेश्वर सिन्हा बाइक से शराब दुकान पहुंचे। उन्होंने शराब की मांग की। स्टाफ ने दुकान बंद होने और हिसाब किताब पूरा होने की बात बोलकर शराब देने से मना कर दिया।
दोनों पार्षदों ने मिलकर स्टाफ को जमकर पीटा
शराब नहीं देने पर दोनों पार्षद खेमलाल और डिगेश्वर नाराज हो गए। दोनों ने धौंस दिखाते हुए पहले गाली-गलौज की और जब स्टाफ ने उन्हें रोका तो मारपीट पर उतारू हो गए। न्होंने वहां पर खड़े अर्धनग्न स्टाफ को जमीन पर लिटाकर जमकर पीटा। जब बाकी स्टाफ बीच-बचाव करने आए तो उन्होंने उनके साथ भी मारपीट कर दी। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए पार्षदों के खिलाफ FIR दर्ज की।
स्टाफ ने ही की थी प्लानिंग
मारपीट और हंगामे का स्टाफ ने फायदा उठाया और करीब दो-तीन घंटे बाद दुकान के सभी स्टाफ ने लाखों रुपए की चोरी की प्लानिंग की। 28 और 29 मई की दरमियानी रात 1 बजे के करीब दुकान के गार्ड मनमोहन आडिल ने खमतराई पुलिस को फोन कर लूट होने की बात कही। गार्ड ने कहा कि शराब दुकान में 36 लाख 76 हजार रुपए की लूट हो गई है। यहां दो नकाबपोश लोग शराब दुकान के अंदर घुसे थे। दोनों पैसे लूट कर फरार हो गए हैं। इतनी बड़ी लूट की वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और जांच-पड़ताल में जुट गई।
इस बात से पुलिस को हुआ शक
इस घटना के दौरान पुलिस को पता चला कि दुकान में मुख्य विक्रयकर्ता रोशन कन्नौजे के अलावा कृष्ण कुमार बंजारे और साहेब लाल बंजारे और गार्ड मनमोहन आदिल मौजूद थे। खमतराई पुलिस ने जब इन आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की तो वे अपनी ही बनाई लूट की प्लानिंग में उलझ गए। पूछताछ में सभी लूट का समय और लूट का तरीका अलग-अलग बताने लगे।
एक ने किया था वॉइस रिकॉर्ड
मिली जानकारी के मुताबिक इन आरोपियों में से एक ने प्लानिंग के समय वॉइस रिकॉर्ड भी की थी। ताकी जब पैसे बांटा जाए तो उसके साथ धोखा न हो। पुलिस ने जब पूछताछ के साथ आरोपियों की फोन की जांच की तो उन्हें वॉइस क्लिप भी मिल गई। इसके बाद कड़ाई से पूछताछ में चारों आरोपियों ने पैसों की चोरी कबूल कर ली।