0 कहा-सरकार जांच समिति पहले बनाती तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती
0 कलेक्टर के आश्वासन के बाद चैंबर ऑफ कॉमर्स का बंद स्थगित
बलौदाबाजार/रायपुर। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार हिंसा के विरोध में चैबर ऑफ कॉमर्स ने गुरुवार को बुलाया बंद स्थगित कर दिया है। नवनियुक्त कलेक्टर और एसपी के दोषियों पर सख्त कार्रवाई के बाद चैंबर ने यह फैसला लिया। वहीं कांग्रेस की 7 सदस्यीय जांच टीम सतनामी समाज के धार्मिक स्थल गिरौदपुरी पहुंची। वहां अमर गुफा में पूजा-अर्चना की।
इसके बाद जांच टीम के संयोजक डॉ. शिव कुमार डहरिया ने कहा कि जैतखाम को क्षतिग्रस्त किया गया, तब एफआईआर भी नहीं की गई। समाज के लोग मांग कर रहे थे कि कमेटी बनाकर मामले की जांच की जाए, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। जिन तीन लोगों को पकड़ा गया, उनको भी जमानत दे दी गई। अब वे फरार हैं। जब समाज के लोगों ने आंदोलन किया तो सरकार ने जांच समिति बनाई। ये सतनामी समाज और छत्तीसगढ़िया लोगों का अपमान है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब से ज्यादा भाजपा ने सतनामी समाज को प्रताड़ित किया है। भाजपा हमेशा से ही हमारे सतनामी समाज के खिलाफ रही। इसके बाद जांच टीम घटना स्थल के लिए रवाना हो गई है। जांच टीम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष चरण दास महंत, पूर्व सीएम भूपेश बघेल के साथ कई वरिष्ठ नेता और सभी विधायक शामिल हैं।
मंत्री माफी मांगे, नहीं तो मानहानि केस करूंगाः रुद्र गुरु
एक दिन पहले सरकार के आरोप के बाद पूर्व मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने बुधवार को कहा था कि तीन-तीन मंत्रियों ने मुझ पर षड्यंत्र करने का आरोप लगाया है, इसलिए मैं खुद गिरफ्तारी देने आया हूं। उन्होंने कहा कि मंत्री माफी मांगे, नहीं तो मानहानि का केस करूंगा। रुद्र गुरु बुधवार को गिरफ्तारी देने के लिए रायपुर एसएसपी दफ्तर पहुंचे थे। गुरु रुद्र कुमार ने कहा कि, इतनी बड़ी घटना सतनामी समाज नहीं कर सकता है। सतनामी समाज को बदनाम करने के लिए भाजपा की साजिश होने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि, आंदोलन शांतिपूर्ण था, लेकिन घटना समाज को तोड़ने की साजिश थी। हम खुद सच्चाई जानना चाहते हैं।
इससे पहले हिंसा के पीछे सरकार ने कांग्रेस की राजनीतिक साजिश बताया था। आरोप लगाया था कि कांग्रेस के विधायकों, पूर्व मंत्रियों और नेताओं ने लोगों को भड़काने का काम किया। साथ ही हिंसा करने वालों से नुकसान की वसूली की बात कही थी।