रायपुर। मॉब लिंचिंग केस में हुई गिरफ्तारी के बाद साधु-संत समेत बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बुधवार दोपहर कोतवाली थाने घेराव किया। थाने के सामने कई घंटे तक हंगामा किया। साधु-संतों के साथ सैकड़ों की संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने जेल भरो आंदोलन के लिए सिटी कोतवाली का घेराव कर दिया। घेराव के दौरान बारिश में साधु-संत व कार्यकर्ता सड़क पर लेट गए। इस दौरान हनुमान चालीसा का पाठ भी किया।
इस प्रदर्शन में चित्रकूट से राजीव लोचन महाराज, सर्वेश्वर दास महाराज और आचार्य वेद प्रकाश समेत करीब 5 हजार बजरंग दल कार्यकर्ता गिरफ्तारी देने पहुंचे। दोपहर करीब 3 बजे से थाने के बाहर ही हंगामा घंटों तक चलता रहा। आंदोलन के दौरान बड़ा बवाल न हो इसलिए पुलिस भी ऐहतियात बरत रही है। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए रायपुर शहर के 4 एएसपी, 10 सीएसपी, डीएसपी और 15 से 20 थाना प्रभारी मौके पर मौजूद रहे।
चारों गौ-रक्षकों को नहीं छोड़ेंगे, तो 100 करोड़ लोग आएंगेः संत
प्रदर्शन के दौरान संतों ने कहा कि अभी हजार आए हैं और 10 हजार पीछे खड़े हैं। पुलिस अगर चारों गौ-रक्षकों को नहीं छोड़ेगी तो 10 लाख हिंदू यहां आएंगे। इसके बाद 10 करोड़, फिर 100 करोड़ लोग आएंगे। जिन गौ-रक्षकों ने गाय की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है, उन्हें गलत धारा लगाकर पकड़ा गया है। संतों ने कहा कि गौ रक्षकों को ऐसे गिरफ्तार किया गया, जैसे आतंकवादी को पकड़ा गया हो। डायल-112 के सामने सहारनपुर के तस्कर नदी में कूद गए। उन्हें पता नहीं था कि पुल में पानी है या नहीं। राम, सनातन और गाय का विरोध होता है, उनके लिए समुद्र सूख गई। उनके लिए महानदी सूख गई, हम क्या करें।
भाजयुमो नेता समेत 4 गिरफ्तार
दरअसल, मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस ने दो और आरोपियों को मंगलवार रात गिरफ्तार किया है। ये आरोपी महासमुंद निवासी नवीन सिंह ठाकुर और मयंक शर्मा है। नवीन ड्राइवर और मयंक ट्रांसर्पोटर है। इससे पहले दुर्ग से हर्ष मिश्रा और भारतीय जनता युवा मोर्चा नेता राजा अग्रवाल को पकड़ा गया। आरोपी राजा महासमुंद के भाजयुमो का प्रचार प्रसार प्रमुख है। उसने अपने सोशल मीडिया पर महासमुंद से भाजपा विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा के साथ फोटो भी शेयर किया है।
बजरंग दल ने कहा- खुद ही डरकर नीचे कूदे
बजरंग दल के जिला संयोजक रवि वाधवानी ने कहा कि आरंग में गौ-तस्करों की गाड़ी को गौ-रक्षकों ने पीछा कर पकड़वाने की कोशिश की। इस दौरान ट्रक में सवार तस्कर नशे की हालत में थे। पकड़े जाने के डर से वो खुद ही महानदी ब्रिज से नीचे कूद गए। उनमें से दो लोगों की मौत पुलिस के आने के बाद हुई है। वहीं, घायलों को एम्बुलेंस तक पहुंचाने में गौ-रक्षकों ने ही मदद भी की है।
पुलिस जांच में जुटी
एसआईटी टीम के लीडर रायपुर ग्रामीण एडिशनल एसपी कीर्तन राठौर ने बताया था कि घटना के बाद डायल-112 की टीम मौके पर पहुंची थी। महानदी पुल के नीचे युवक घायल अवस्था में था। दो घायलों को महासमुंद जिला अस्पताल ले जाया गया था। इनमें से एक की घटना स्थल पर मौत हो गई थी। जिसका पोस्टमॉर्टम कराया गया। अन्य दो की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुईं। फिलहाल जांच जारी है।