0 मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर की कार्रवाई की मांग
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन सोमवार को विपक्ष ने वनभूमि पट्टा के लिए फर्जी दस्तावेज लगाने का मामला उठाया। मंत्री टंकराम वर्मा के जवाब पर विपक्ष ने असंतोष जताते हुए इस मामले में कार्रवाई की मांग की।
प्रश्नकाल के दौरान सदन में कांग्रेस विधायक जनक लाल ध्रुव ने राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से सवाल पूछा कि गरियाबंद जिले के मैनपुर विकासखंड की पंचायत शोभा में वन भूमि पट्टा के लिए दस्तवेजो में सरपंच और सचिव के फर्जी हस्ताक्षर और सील का उपयोग करके वनाधिकार के लिए फर्जी मांग पत्र तैयार किया गया, जिसकी शिकायत पूर्व सरपंच ने जिला कलेक्टर को लिखित में की गई है। मामले में एफआईआर दर्ज कराने की मांग की गई है। कब तक मामले एफआईआर होगी?
इस पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने जवाब में बताया कि वन भूमि पट्टा हेतु फर्जी मांग पत्र तैयार करने संबंधी प्राप्त शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई थी, लेकिन प्राप्त शिकायत पर जिला स्तरीय वन अधिकार समिति गरियाबंद द्वारा परीक्षणोपरांत संजय नेताम एवं अनिता नेताम द्वारा किसी प्रकार का दावा आवेदन नहीं करने के कारण प्रकरण निरस्त किया गया है। अतः एफआईआर दर्ज करने का प्रश्न नहीं उठता है।
मंत्री के जवाब पर विपक्ष ने असंतुष्टि जताते हुए मामले की जांच पर अड़ा रहा और सदन में पूरा विपक्ष कार्रवाई की मांग करता रहा।